नो एंट्री लागू होने के बावजूद भारी वाहनों से जाम की समस्या जारी, मंत्री ने डीएम से की बात
जिले के अनुमंडल क्षेत्र में नो एंट्री नियम लागू होने के बावजूद भारी वाहनों के प्रवेश से जाम की समस्या बढ़ गई है। ग्रामीणों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया था और भारी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
केटी न्यूज़ / रोहतास
बिक्रमगंज (रोहतास): जिले के अनुमंडल क्षेत्र में नो एंट्री नियम लागू होने के बावजूद भारी वाहनों के प्रवेश से जाम की समस्या बढ़ गई है। ग्रामीणों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया था और भारी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उनका कहना है कि सड़क पर आए दिन हादसों के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस पर, रोहतास के डीएम और बिक्रमगंज के अनुमंडल पदाधिकारी से लगातार अनुरोध किया गया, जिसके बाद 18 नवंबर से सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक नो एंट्री का आदेश लागू किया गया।
हालांकि, इसके बावजूद कई बड़े वाहन पुलिस चौकियों से होते हुए शहर में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे बाजार में जाम की स्थिति पैदा हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि काराकाट पुलिस चौकी के कुछ पुलिसकर्मी वाहन चालकों से शुल्क लेकर इन वाहनों को छोड़ देते हैं, जिससे नो एंट्री के आदेश का पालन नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा, बिक्रमगंज-नासरीगंज मुख्य मार्ग पर भी बड़े वाहन, जैसे ट्रैक्टर-ट्रॉली, नो एंट्री क्षेत्र से होकर गुजर रहे हैं।
एनएच 120 मार्ग पर दोपहिया वाहन और साइकिल सवार लगातार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, जिसके कारण कई मौतें हो चुकी हैं। इस स्थिति को लेकर बिहार श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने भी संज्ञान लिया और काराकाट नगर पहुंचने के बाद रोहतास के डीएम उदिता सिंह से त्वरित दूरभाष के माध्यम से बात की। उन्होंने सड़क हादसों के बढ़ने और नो एंट्री नियम के पालन में ढिलाई पर चिंता व्यक्त की। मंत्री ने बताया कि नो एंट्री की व्यवस्था तो 18 नवंबर से लागू कर दी गई थी, लेकिन प्रशासन द्वारा इसमें काफी ढिलाई बरती जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप एनएच 120 पर भारी वाहनों के प्रवेश से जाम और हादसे हो रहे हैं।