जमुई की बेटी जूही ने राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप मेंजीता ब्रॉन्ज मेडल,तलवारबाजी में भी 3 खिलाड़ी दिखायेंगे हुनर
बिहार के जमुई जिले के खिलाड़ी लगातार कमाल कर रहे हैं।खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता को ओलंपिक एसोसिएशन से मान्यता है।
केटी न्यूज़/जमुई
राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में जमुई के तीन बच्चे रुचि कुमारी, प्रेमलता कुमारी और अंकित कुमार अपना जौहर दिखाएंगे।वहीं जमुई की बेटी जूही ने राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। झाझा प्रखंड के खुरंडा की रहने वाली जूही कुमारी ने मध्य प्रदेश में हुई प्रतियोगिता में यह कमाल किया है।बिहार के जमुई जिले के खिलाड़ी लगातार कमाल कर रहे हैं।खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता को ओलंपिक एसोसिएशन से मान्यता है।
पंजाब के संगरूर में 24 से 27 अगस्त तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता के लिए अंडर 14 और 17 आयु वर्ग के तहत तीन प्रतिभागियों का चयन किया गया है। सचिव मुकेश कुमार ने बताया कि हाल ही में ओलंपिक एसोसिएशन की ओर से तलवारबाजी प्रतियोगिता को अंतरराष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता प्रदान किया गया है।पंजाब के संगरूर आयोजित होने वाले 8वें राष्ट्रीय चैंपियन के लिए हाल ही में पटना में चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें 200 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था और उसमें से मात्र 59 खिलाड़ी का चयन इस प्रतियोगिता के लिए किया गया है। जिले से रुचि कुमारी, प्रेमलता कुमारी और अंकित कुमार का चयन इस प्रतियोगिता के लिए हुआ है।
जमुई जिले के झाझा प्रखंड के खुरंडा निवासी जूही कुमारी ने मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित इंडोर स्टेडियम में वेस्ट जोन कराटे चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। वह एक बार इंडिया ओपन इंटरनेशनल चैंपियनशिप, चार बार स्टेट और चार बार नेशनल चैंपियनशिप में भी पुरस्कार जीत चुकी है।
जूही ने यह मेडल जीतकर पूरे राज्य का नाम ऊंचा करने का काम किया है। इसके पूर्व जूही 32 मेडल 10 सिल्वर और 8 ब्रॉन्ज जीत चुकी है। उसने अंडर 12 आयु वर्ग में यह पुरस्कार जीता है। फिलहाल वह राजस्थान की राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही है।जूही कई प्रतियोगिताओं में 50 से अधिक मेडल जीत चुकी है। वह ओलंपिक में कराटे चैंपियनशिप के माध्यम से देश का प्रतिनिधित्व करके स्वर्ण पदक जीतना चाहती है।
इस प्रतियोगिता के लिए जिले से एक साथ पहली बार तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है। यह जिले के लोगों के लिए बहुत ही गौरव की बात है। अब इस खेल के माध्यम से भी युवा अपना कैरियर बना सकते हैं। क्योंकि राज्य सरकार ने यह घोषणा कर रखी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को खेलकोटा से नौकरी प्रदान किया जाएगा।