आस्था का सम्मान, मुस्लिम समुदाय से आने वाले कनझरूआं मुखिया ने भी रखा छठ व्रत

आस्था का सम्मान, मुस्लिम समुदाय से आने वाले कनझरूआं मुखिया ने भी रखा छठ व्रत

- पिछले तीन साल से छठ करते आ रहे है असगर अली

केटी न्यूज/डुमरांव

लोक आस्था के इस महापर्व में गांगी युमुनी तहजीब को बढ़ावा देते हुए मुस्लिम समुदाय से आने वाले डुमरांव प्रखंड के कनझरूआं पंचायत के मुुखिया असगर अली ने पूरे विधि विधान के साथ छठ व्रत किया। इस दौरान वे निर्जला रह व्रत के विधानों का पालन किए तथा अपने गांव कमधरपुर के छठ घाट पर सर पर दउरा में पूजन सामग्री ले पहुंच दोनों अर्घ्य अर्पित किए। बता दें कि वे पंचायत चुनाव जीतने पर छठ करने का मन्नत मांगे थे। चुनाव जीतने के बाद वे पिछले तीन बार से छठ कर रहे है। अभी तक छठ या अन्य हिंदू त्योहारों में अल्पसंख्यक समुदाय सहयोग करते आया है।

लेकिन किसी अल्पसंख्यक द्वारा छठ किए जाने का यह पहला उदाहरण बन गया है। असगर के इस आस्था ने मजहब की दीवार तोड़ दी है। असगर ने कहां कि उन्हें सभी धर्मों से समान लगाव है। उन्होंने कहा कि धर्म किसी को बांटता नहीं है। केशव टाइम्स के बातचीत के दौरान असगर ने शेर पेश करते हुए कहा कि जिस दिन अंतर मिट जाएगा पूजा और अजान में, उस दिन सच्चा स्वर्ग बनेगा, हमारे हिन्दुस्तान में