बक्सर के विज्ञान शिक्षकों की धीमी गति से इनोवेशन अपलोड, जिले की प्रगति पर असर
बक्सर जिले में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत नवाचार विचारों (इन्नोवेटिव आइडियाज) को पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया धीमी पड़ती नजर आ रही है। केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों में नवाचार को बढ़ावा देना है। लेकिन जिले के विज्ञान शिक्षक और नवाचार प्रशिक्षण प्राप्त इन्नोवेटिव चौंपियन्स अपेक्षित गति से कार्य नहीं कर पा रहे हैं।

-- पिछले साल बक्सर का रहा है शानदार प्रदर्शन, राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुए थे आठ नवाचार
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर जिले में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत नवाचार विचारों (इन्नोवेटिव आइडियाज) को पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया धीमी पड़ती नजर आ रही है। केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों में नवाचार को बढ़ावा देना है। लेकिन जिले के विज्ञान शिक्षक और नवाचार प्रशिक्षण प्राप्त इन्नोवेटिव चौंपियन्स अपेक्षित गति से कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
बता दें कि पिछले वर्ष जिले ने इस योजना में सराहनीय प्रदर्शन किया था। बक्सर के आठ नवाचार विचार राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुए थे और कुल 69 विद्यार्थियों को 10 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई थी। इस सफलता से उत्साहित जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने इस वर्ष लक्ष्य को दोगुना करने का संकल्प लिया है। इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने विशेष दिशा-निर्देश जारी करते हुए हर विद्यालय से अधिकतम छात्रों के नवाचार विचार अपलोड कराने का निर्देश दिया है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) मोहम्मद शारिक अशरफ ने बताया कि इस दिशा में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से कार्य को गति दी जा रही है। शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे नवाचार संबंधी विचारों को संकलित कर समयबद्ध तरीके से पोर्टल पर अपलोड करें। विशेष रूप से उन शिक्षकों को, जिन्होंने पुणे में नवाचार प्रशिक्षण प्राप्त किया है, प्राथमिकता के आधार पर अपने विद्यालयों के विचार अपलोड करने के लिए कहा गया है।
लेकिन, जमीनी स्तर पर स्थिति भिन्न है। प्रशिक्षण प्राप्त कई शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों से नवाचार आइडिया अपलोड करने में कछुआ गति से काम कर रहे हैं। इससे जिले के समग्र प्रदर्शन पर असर पड़ने की आशंका है। शिक्षा विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर समय पर कार्य नहीं किया गया तो संबंधित विद्यालयों को चिन्हित कर राज्य स्तर पर रिपोर्ट भेजी जाएगी और जवाबदेही तय की जाएगी।
वहीं, राज्य साधन सेवी डॉ. मनीष कुमार शशि ने योजना की सराहना करते हुए इसे ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बताया। संभाग प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने भी सभी विद्यालयों से आग्रह किया है कि वे बिना देर किए अपने छात्रों के नवाचार विचार अपलोड करें।
गौरतलब हो कि बक्सर जिले की पिछली उपलब्धि को देखते हुए यह आवश्यक है कि सभी संबंधित शिक्षक और विद्यालय समय रहते सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि जिले की नवाचार यात्रा रुकने न पाए और ग्रामीण प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच मिल सके।
-- ऑनलाइन पांच इन्नोवेटिव आईडियाज अपलोड करने वाले प्रखंड
सिमरी 21 विद्यालय चौर्गाइं 05 विद्यालय चौसा 02 विद्यालय इटाढ़ी 02 विद्यालय नवानगर 03 विद्यालय केसठ 04 विद्यालय बक्सर 06 विद्यालय डुमरांव 03 विद्यालय चक्की 00 विद्यालय ब्रह्मपुर 02 विद्यालय राजपुर 02 विद्यालय