कुवैत के मंगाफ शहर की इमारत में लगी आग में दरभंगा के युवक कालू खान की हुई मौत
कुवैत के मंगाफ शहर की इमारत में बुधवार को लगी आग में दरभंगा के युवक कालू खान की मौत हो गई।कालू अपने तीन भाई में मंझला था।
केटी न्यूज़/बिहार
13 जून को 45 शवों को भारत लाने के लिए रात को C-130J एयरक्राफ्ट कुवैत भेजा गया।यह एयरक्राफ्ट आज शुक्रवार को शवों को लेकर लौटेगा।यह सबसे पहले कोच्चि लैंड करेगा क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा केरल के निवासी हैं।इसके बाद एयरक्राफ्ट दिल्ली आएगा।
कुवैत के मंगाफ शहर की इमारत में बुधवार को लगी आग में दरभंगा के युवक कालू खान की मौत हो गई।कालू अपने तीन भाई में मंझला था। उसकी तीन बहन थी, जिसमें एक बहन की मौत हो गई थी। उसके बेटे की भी देखरेख वही करता था। घर में वह इकलौता कमाने वाला था। अगस्त 2022 में वह आखिरी बार गांव आया था। उसके पिता मो. इस्लाम की भी 2011 में मौत हो चुकी है। 7 साल से वह कुवैत में काम कर रहा था। कालू वहां NBTC सुपर मार्केट में सेल्समैन का काम करता था।कालू खान की मां मदीना खातून ने कहा कि दो साल पहले वह कुवैत गया था। उसने बोला था कि पैसा भेजेंगे, जिससे घर में वायरिंग करवा लेना। अगले महीने की 5 तारीख को वह आने वाला है। 15 जुलाई को नेपाल में उसकी शादी होनी है। वहीं घटना की जानकारी के बाद कालू खान के घर पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है।
कालू खान जिले के भालपट्टी थाना के नैनाघाट का रहने वाला था। मंगलवार की रात उसकी घरवालों से आखिरी बार बात हुई थी। उसके बाद से उसके परिजनों का उससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। कालू खान के भाई सरफराज ने बताया कि NBTC के HR ने गुरुवार की देर शाम फोन कर बताया कि बुधवार के हादसे में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने दूतावास से संपर्क किया गया से संपर्क किया गया तो अधिकारियों ने पासपोर्ट की कॉपी मंगाई। जिसे भेज दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि कोई इनपुट मिलने पर ही कोई जानकारी दी जाएगी।
इस हादसे में 49 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनमें से 48 शवों की DNA टेस्ट के जरिए पहचान हो गई है, जिसमें 45 भारतीय हैं जबकि 3 फिलीपींस के हैं।जान गंवाने वाले 45 भारतीयों में से सबसे ज्यादा 23 मृतक केरल के हैं। इसके बाद 7 मृतक तमिलनाडु के, 3 आंध्र प्रदेश, 3 उत्तर प्रदेश,1 मृतक बिहार, 1 ओडिशा और अन्य कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के हैं। एक भारतीय मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है।
कुवैत के समयानुसार यह हादसा बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे हुआ। कुवैती फायर फोर्स के मुताबिक यह आग इलेक्ट्रिकल सर्किट के चलते लगी थी। उस वक्त सभी कामगार सो रहे थे। आग लगने की वजह से मची भगदड़ के बीच कई लोगों ने घबराकर बिल्डिंग की खिड़कियों से छलांग लगा दी। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए और धुएं में दम घुटने से उनकी मौत हो गई।केंद्र ने पीएम राहत कोष से मृतक भारतीयों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है।