छात्रों में साइंस के प्रति रूचि पैदा करता है विज्ञान प्रदर्शनी - आरबी सिंह

छात्रों में साइंस के प्रति रूचि पैदा करता है विज्ञान प्रदर्शनी - आरबी सिंह

- बक्सर सेंट्रल स्कूल में आयोजित हुआ विज्ञान प्रदर्शनी, छात्रों के बनाए मॉडल को देख दंग हुए अतिथि

केटी न्यूज/बक्सर

साइंस एग्जीबिशन से छात्रों में विज्ञान के प्रति रूचि पैदा होती है। छात्र नया नया मॉडल बनाने के लिए प्रेरित होते है। जो आगे चल उनके भविष्य में बहुत काम आता है। उक्त बातें मंगलवार को बक्सर सेंट्रल स्कूल के डायरेक्टर आरबी सिंह ने कही। अवसर था विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी की। इस विज्ञान प्रदर्शनी में वर्ग पांच से नौ तक के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।

छात्रों द्वारा एक से बढ़कर एक मॉडल बनाए गए थे। जिसे देख आगत अतिथि व छात्रों के अभिभावक दंग हो जा रहे थे। शहर के बाईपास रोड स्थित बिहार सेंट्रल स्कूल में आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन स्कूल निदेशक के अलावे सचिव सरोज सिंह व प्रख्यात चिकित्सक डॉ महेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर स्कूल की उपनिदेशक उर्मिला सिंह, बक्सर पब्लिक स्कूल के निदेशक निर्मल सिंह, मिलेनियम स्कूल के निदेशक भरत प्रसाद, समाजसेवी राम जी सिंह, शिक्षाविद बिहारी सिंह व मोटिवेशन क्लासेज के मुन्ना पांडेय उपस्थित रहे।

बच्चों द्वारा प्रदर्शित मॉडलों का अवलोकन के बाद डॉ महेंद्र प्रसाद ने कहा कि सिर्फ मॉडल नहीं बल्कि बच्चों की आधुनिक व वैज्ञानिक सोच है जो भविष्य में राष्ट्र व मानव के विकास में मील का पत्थर बनेगी।  मिलेनियम पब्लिक स्कूल के निदेशक भरत प्रसाद ने कहा कि मॉडल सिर्फ वैज्ञानिक सोच को ही रेखांकित नहीं करता बल्कि यह बच्चों की मेहनत को भी प्रदर्शित करता है।

सचिव सरोज सिंह ने कहा कि सिर्फ मॉडल ही नहीं सोच व शिक्षा दोनों वैज्ञानिक होने चाहिए, ताकि इस सामाजिक रूप से अग्रसर हो। सभी मॉडल का अतिथियों ने अवलोकन किया एवं बच्चों के अथक प्रयास व उनके वैज्ञानिक सोच की सराहना की।

उक्त प्रदर्शनी में प्रथम स्थान हाइड्रो पावर स्पेस शेयरिंग एंड डिवाइस डिटेक्टर, द्वितीय स्थान थ्रेसिस रीज़न ऑफ ह्यूमन बॉडी एंड वर्किंग मॉडल आफ लंग्स,  तृतीय स्थान वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट और टेस्ला क्वायल। मौके पर विद्यालय शिक्षक विनय तिवारी, सुनील सिंह, वरुण, अरुण उपाध्याय, विनोद उपाध्याय आदि मौजूद रहे। विद्यालय निदेशक ने कहा कि यह शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन व छात्रों के कठिन परिश्रम का परिणाम है।