बीडीओ ने सोवां मुखिया को नोटिस भेज मांगा स्पष्टीकरण
संदीप कुमार पांडे ने मुखिया को नोटिस भेज कर कचरा प्रसंस्करण इकाई बंद रखने पर स्पष्टीकरण की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुखिया द्वारा संतोष जनक जवाब नहीं देने पर बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 के नियमावली 18 (5) के तहत पदच्युत करने की बात कही है।
- पंचायत में तीन माह से बंद पड़ा है कचरा प्रसंस्करण इकाई
केटी न्यूज/डुमरांव
स्वच्छ बिहार लोहिया अभियान ने स्थानीय प्रखंड के सोवा पंचायत की मुखिया मनोरमा देवी की मुश्किल को बढ़ा दिया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी
संदीप कुमार पांडे ने मुखिया को नोटिस भेज कर कचरा प्रसंस्करण इकाई बंद रखने पर स्पष्टीकरण की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुखिया द्वारा संतोष जनक जवाब नहीं देने पर बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 के नियमावली 18 (5) के तहत पदच्युत करने की बात कही है। उन्होंने बताया की नियमावली के तहत जो मुखिया अपने कर्तव्य का सही निर्वहन नहीं करेंगे उन्हें पदच्युत करने का प्रावधान है। प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी रोहिणी कुमारी द्वारा इससे पहले सोवा पंचायत के मुखिया को नोटिस देकर पद से हटाने की चेतावनी दी जा चुकी है। लगातार दूसरे दिन जारी हुए नोटिस के बाद मुखिया की मुश्किल बढ़ गई है। उधर मुखिया के विरोधियों को लगे हाथ विरोध का एक बेहतर मुद्दा मिल गया है। प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी का कहना है कि मुखिया द्वारा पंचायत के विकास योजनाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। जिस चलते पंचायत में विभिन्न योजनाओं से संचालित
विकास कार्य ठप पड़े हैं। उन्होंने बताया कि अपने कर्तव्य निर्वहन के प्रति मुखिया लापरवाह है। बताया जाता है कि पंचायत में स्वच्छ बिहार लोहिया अभियान के तहत बना कचरा प्रसंस्करण इकाई पिछले कई माह से बंद है। इस चलते लोगों को स्वच्छ बिहार लोहिया अभियान का लाभ पंचायत के लोगों को नहीं मिल रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा इसे चालू करने की चेतावनी मुखिया को पहले भी दी गई है। लेकिन मुखिया द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी के निर्देश को कभी गंभीरता से नहीं लिया गया। इस बार प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मुखिया को गंभीर चेतावनी देते हुए बंद पड़े कचरा प्रसंस्करण इकाई को तत्काल खोलने तथा स्वच्छ बिहार लोहिया अभियान के तहत घर घर कूड़ा उठाव शुरू करने का निर्देश दिया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने घर घर कूड़ा उठाव के बदले यूजर चार्ज की वसूली सुनिश्चित करने तथा स्वच्छता का लाभ लोगों को प्रदान करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक घर से कूड़ा उठाव के एवज में तीस रूपया महीना अर्थात एक रूपया प्रति दिवस वसूली करना है। उन्होंने बताया कि प्रखंड कार्यालय से निर्गत दोनों स्पष्टीकरण का संतोष जनक जवाब नहीं देने पर मुखिया के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भी सोवा मुखिया को पदच्युत करने का नोटिस दिया गया है। जिसमें पंचायत सरकार भवन के निर्माण में उनकी उदासीनता तथा पंचायत के विकास कार्यों में रुचि नहीं लेने का गंभीर आरोप लगाया गया है। इस चलते न सिर्फ मुखिया मनोरमा देवी की मुश्किल बढ़ी है बल्कि पंचायत के सत्ता तथा विपक्ष के बीच की राजनीति में भी गर्मी आ गई है।