केटी न्यूज़, दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन लोकसभा में हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक स्थगित कर दी गई है।मोदी सरकार के खिलाफ संसद में विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बीते दिन गिर गया। प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को घेर लिया और यूपीए के शासनकाल के दौरान हुए घोटालों की याद दिलाई। प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद सदन की कार्रवाई में बाधा डालने के चलते कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित कर दिया गया।
आज क्या क्या हुआ…
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन को छोटे से मामले में निलंबित कर दिया गया। खरगे ने बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने नीरव मोदी इसलिए कहा था क्योंकि नीरव का मतलब शांत, मौन है। उन्होंने कहा कि जैसा बीते दिन लोकसभा में हुआ, वैसा कभी नहीं देखा गया।
लोकसभा में तीन विधेयक पेश
भारतीय दंड संहिता, सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को बदलने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में तीन विधेयक पेश किए।भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, भारतीय साक्ष्य विधेयक, 2023।
भाजपा लोकतंत्र को दबाना चाहती है: खड़गे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को दबाना चाहती है और संविधान के तहत काम नहीं करना चाहती। हम संसद और बाहर दोनों जगह इसके खिलाफ लड़ेंगे।
अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के खिलाफ लोकसभा से विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन के सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया और संसद में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा तक मार्च किया।
राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया । जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं मिल जाती है, राघव तब तक निलंबित रहेंगे। आप सांसद संजय सिंह का निलंबन भी बढ़ाते हुए कहा कि मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है और रिपोर्ट आने तक निलंबन आदेश वर्तमान सत्र से आगे भी जारी रहेगा।