बक्सर शिक्षा विभाग कर रहा दबंगो से त्राहमाम: पांच डीपीओ ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से लगाई थी गुहार, दहशत में छः माह के अंदर ट्रांसफर करा भाग रहे अधिकारी

जिला शिक्षा कार्यालय में कार्य करने में परेशानी व डर-भय का माहौल खत्म करने के लिए शिक्षा विभाग के पांच डीपीओ ने अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजा था। उनसे गुहार लगायी थी कि अजय सिंह व अरविंद सिंह द्वारा बनाए गए भय के माहौल को खत्म किया जाए। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विष्णुकांत राय, नाजीश अली, शारिक अशरफ, चंदन द्विवेदी व रजनीश उपाध्याय ने बिन्दुवार भेजे पत्र में कहा गया है कि बक्सर जिला कार्यालय पर शिक्षा माफियाओं का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कब्जा है।

बक्सर शिक्षा विभाग कर रहा दबंगो से त्राहमाम: पांच डीपीओ ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव  से लगाई थी गुहार, दहशत में छः माह के अंदर ट्रांसफर करा भाग रहे अधिकारी

- अजय व अरविंद सिंह के खिलाफ वरीय अधिकारियों को भेजा था पत्र

केटी न्यूज/बक्सर 

बक्सर जिला शिक्षा कार्यालय में कार्य करने में परेशानी व डर-भय का माहौल खत्म करने के लिए शिक्षा विभाग के पांच डीपीओ ने अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजा था। उनसे गुहार लगायी थी कि अजय सिंह व अरविंद सिंह द्वारा बनाए गए भय के माहौल को खत्म किया जाए। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विष्णुकांत राय, नाजीश अली, शारिक अशरफ, चंदन द्विवेदी व रजनीश उपाध्याय ने बिन्दुवार भेजे पत्र में कहा गया है कि बक्सर जिला कार्यालय पर शिक्षा माफियाओं का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कब्जा है। आए दिन हम सभी पदाधिकारीगण को विभिन्न प्रकार से भयभीत कर नियम विरूद्ध करने का दबाव बनाया जाता है। शिक्षा माफियाओं के मनोकुल कार्य नहीं करने पर लोक शिकायत व सूचना का अधिकार नियम, अपीलीय प्राधिकार, प्रशासनिक पदाधिकारीगणों के माध्यम से दबाव बनाया जाता है। कार्यालय में घुसकर पदाधिकारियों के साथ मारपीट व गाली-गलौज किया जाता है।

शिक्षा विभाग के लिपिकों के साथ मिलकर पदाधिकारियों को फंसाने का साजिश रचा जाता है। कार्यालय की महत्वपूर्ण संचिकाओं को लिपिक इन्हें सौंपते है। सीसीटीवी कैमरा में देखा जा सकता है। पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि लिपिक अनिल कुमार राय व सर्वदेव चैबे के कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरा पर पेंट लगवा दिया गया है। जिससे उनकी चहल-कदमी कैमरा में कैद नहीं हो सके। शिक्षा माफियाओं के चहेते लिपिकों को निगरानी, लोक शिकायत, अपीलीय प्राधिकार आदि संवेदनशील संभागों का संचिका प्रभारी बनाकर अपने मनोकूल कार्य करवाया जाता है। महत्वपूर्ण संचिकाओं को हासिल कर उसका दुरूपयोग किया जाता है।

सामांतर चलता है कार्यालय

पांचों डीपीओ ने अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि अजय सिंह व अरविंद सिंह के आवास पर सामांतर कार्यालय चलता है। यदि औचक छापेमारी किया जाए तो बहुत कुछ ऐसे साक्ष्य मिलेगा जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। ज्ञात हो कि इन दोनों व्यक्तियों का कोई सेवा या व्यवसाय नहीं है फिर भी पदाधिकारी व शिक्षकांे को प्रताड़ित कर करोड़ों रूपये की संपति अर्जित कर रखे है। इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराया जाए।

एक दशक में एक साल से ज्यादा नहीं रह पाए डीईओ

अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में स्पष्ट रूप से जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विष्णुकांत राय, नाजीश अली, शारिक अशरफ, चंदन द्विवेदी व रजनीश उपाध्याय ने उल्लेख किया है कि शिक्षा माफियाओं के कारण कोई भी जिला शिक्षा पदाधिकारी एक साल से अधिक अपनी सेवा जिला में नहीं दें पाए है।

(1) तत्कालीन शिक्षा पदाधिकारी श्री दिलीप सिंह यहां पर दिनांक 02.02.2022- 02.07.2022 तक मात्र पांच माह में ही स्थानांतरित होकर सारण चले गए। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के रूप में ही कार्य करना बेहतर समझा।

(2) कुमार अरविंद सिन्हा, तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी यहां पर दिनांक दिनांक 02.02.2022- 07.07.2022 तक मात्र पांच माह में ही उक्त माफियाओं के चलते अपना स्थानातांरण कराकर चले गए।

(3) श्री अमर भूषण, पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी उक्त माफियाओं से संघर्ष करते हुए दिनांक-11.08.2021 से 01.02.2022 तक मात्र पांच माह में ही अपना स्थानांतरण कराकर सचिवालय, पटना चले गए।

(4) श्री दिवेश चैधरी, पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी उक्त शिक्षा माफियाओं से संघर्ष करते हुए 07.07.2020 से 12.07.2021 तक मात्र एक साल में ही अपना स्थानांतरण सचिवालय, पटना कराकर चले गए।

(5) श्री विजय कुमार झा पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी उक्त शिक्षा माफियाओं से संघर्ष करते हुए मार्च 2019 से 06.07.2020 मात्र सोलह माह में ही अपना स्थानांतरण कराकर चले गए।

(6) श्री संजय कुमार सिंह पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी मात्र 30 दिनांे में अपना स्थानांतरण कराकर चले गए।

(7) श्री रामेश्वर सिंह, पूर्व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी उक्त शिक्षा माफियाओं से संघर्ष करते हुए सेवानिवृत हो गए। माफियाओं के परिवाद के कारण सेवांतलाभ लंबित है।

(8) श्री कृष्ण सिंह, पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनांक 31.01.2017 से 26.11.2017 मात्र दस माह तक ही पदस्थापित रहे।

पांचों जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विष्णुकांत राय, नाजीश अली, शारिक अशरफ, चंदन द्विवेदी व रजनीश उपाध्याय ने अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में गुहार लगाया है कि अजय सिंह व अरविंद सिंह के द्वारा धमकी दी जाती है कि सेवानिवृत के उपरांत सेवांतलाभ, पेंशन आदि के लाभ से वंचित करा दूंगा। जिस कारण भय का माहौल बना रहता है। पत्र में इस बात को स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि इनदोनों का शिक्षा कार्यालय से कोई संबंध नहीं है। बावजूद लिपिकों की मदद से पदाधिकारियों को फंसाने का प्रयास करते है। अनावाश्यक परिवाद डालते है।

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