नवानगर में खुली आईटी विजन लाइब्रेरी, ग्रामीण बच्चों के लिए बनी उम्मीद की किरण
शिक्षा के क्षेत्र में नवानगर प्रखंड ने सोमवार को एक नई उपलब्धि हासिल की। सिकरौल बाजार स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के समीप आईटी विजन लाइब्रेरी की शुरुआत होकर न केवल स्थानीय छात्रों को एक नया अध्ययन केंद्र मिला, बल्कि इस पहल ने ग्रामीण इलाके में शिक्षा के प्रति जागरूकता की नई लहर भी पैदा कर दी है। समाजसेवी ददन सिंह ने फीता काटकर लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और इसे ग्रामीण बच्चों के भविष्य को संवारने वाला कदम बताया।

केटी न्यूज/नवानगर
शिक्षा के क्षेत्र में नवानगर प्रखंड ने सोमवार को एक नई उपलब्धि हासिल की। सिकरौल बाजार स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के समीप आईटी विजन लाइब्रेरी की शुरुआत होकर न केवल स्थानीय छात्रों को एक नया अध्ययन केंद्र मिला, बल्कि इस पहल ने ग्रामीण इलाके में शिक्षा के प्रति जागरूकता की नई लहर भी पैदा कर दी है। समाजसेवी ददन सिंह ने फीता काटकर लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और इसे ग्रामीण बच्चों के भविष्य को संवारने वाला कदम बताया।
उद्घाटन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। बच्चों, अभिभावकों और युवाओं में इस लाइब्रेरी को लेकर उत्साह साफ देखने को मिला। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते हुए ददन सिंह ने कहा कि पुस्तकें हमारे जीवन की सबसे सच्ची साथी होती हैं। उन्होंने कहा कि आज मोबाइल और इंटरनेट के दौर में बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे हैं, ऐसे में लाइब्रेरी जैसी पहल उन्हें दोबारा किताबों की दुनिया से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि सिकरौल और आसपास के इलाके दुर्गम होने के कारण यहां पढ़ाई के लिए संसाधन सीमित हैं। ऐसे में लाइब्रेरी का खुलना यहां के गरीब परिवारों के छात्रों को नई दिशा देगा। ददन सिंह ने कहा कि जब भी कोई छात्र खुद को अकेला या असमंजस में महसूस करे, उसे पुस्तक का सहारा लेना चाहिए। ज्ञान की रोशनी हमेशा सही रास्ता दिखाती है।
लाइब्रेरी के संचालक लाल बहादुर सिंह को लोगों ने इस सराहनीय पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी में एक साथ 40 बच्चे बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं। बच्चों के लिए रोजाना अखबार उपलब्ध रहेगा ताकि वे देश-दुनिया की खबरों से अपडेट रह सकें। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए विशेष पुस्तकें और संदर्भ सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। लाल बहादुर ने कहा कि उनका उद्देश्य है कि ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी शहरों की तरह बेहतर शिक्षा संसाधनों का लाभ उठा सकें।
लाइब्रेरी के उद्घाटन से स्थानीय लोग काफी खुश नजर आए। कई अभिभावकों ने कहा कि गांव में ऐसा केंद्र होना बच्चों की पढ़ाई में बड़ी मदद साबित होगा। युवाओं ने भी इसे अपने भविष्य की तैयारी के लिए मील का पत्थर बताया।
शिक्षक मदन सिंह, विकास कुमार गुप्ता, मुन्ना सिंह, मुकेश यादव और अनिल यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और बुद्धिजीवी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि यदि शिक्षा क्षेत्र में ऐसे कदम लगातार उठते रहें तो गांव के बच्चों का भविष्य निश्चित रूप से उज्ज्वल होगा।

आईटी विजन लाइब्रेरी के शुरू होने से सिकरौल सहित आसपास के दर्जनों गांवों के विद्यार्थियों को अब गुणवत्तापूर्ण अध्ययन का नया माहौल मिल सकेगा। यह पहल न केवल शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाएगी बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन की एक मजबूत नींव भी रखेगी।
