राष्ट्रीय युवा महोत्सव में दमका युवा उत्साह, डुमरांव के राज हाई स्कूल में प्रतिभाओं का रंगारंग संगम
डुमरांव के राज हाई स्कूल परिसर में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव अनुमंडल स्तर पर ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मकता का ऐसा संगम बना, जिसने पूरे शहर का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार की ओर से आयोजित इस महोत्सव में तकरीबन 30 सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों के प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन किया कि परिसर पूरे दिन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
-- 30 संस्थानों के युवा प्रतिभागियों ने प्रस्तुत की रचनात्मक अभिव्यक्ति, एसडीएम ने किया उद्घाटन, पूरे दिन छाया सांस्कृतिक उल्लास
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव के राज हाई स्कूल परिसर में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव अनुमंडल स्तर पर ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मकता का ऐसा संगम बना, जिसने पूरे शहर का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार की ओर से आयोजित इस महोत्सव में तकरीबन 30 सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों के प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन किया कि परिसर पूरे दिन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।

महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि एसडीएम राकेश कुमार ने दीप प्रज्वलन कर किया। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी में आत्मविश्वास बढ़ता है तथा उन्हें अपनी रचनात्मक क्षमता को बड़े मंच पर दिखाने का अवसर मिलता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को खुलकर अपनी प्रतिभा प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया।
पूरे कार्यक्रम का संचालन राज हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक एवं कार्यक्रम संयोजक अनुराग मिश्रा के नेतृत्व में अत्यंत सुव्यवस्थित ढंग से हुआ। निर्णायक मंडल में रविरंजन चौबे, ब्रजेश कुमार चौबे और महिमा साक्षी शामिल रहे, जिन्होंने विभिन्न विधाओं में प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।

महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहे मनमोहक लोकनृत्य, गीत-संगीत की प्रस्तुतियां, नाटक, समूह गान तथा अन्य रचनात्मक विधाएं। मंच पर चली एक के बाद एक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को लगातार बांधे रखा। ग्रामीण संस्कृति की झलक लिए लोकनृत्यों ने वातावरण में अलग ही उत्साह भर दिया, जबकि नाट्य प्रस्तुतियों ने सामाजिक संदेशों को जीवंत रूप में दर्शाया।

कार्यक्रम में डॉ. कविता कुमारी, नफीसा राज, बिंदु श्रीवास्तव, मनीष पटेल, आदित्य राज, बसंत चौहान, रीना सिंह सहित क्षेत्र के कई शिक्षाविद, कलाकार और गणमान्य लोग मौजूद रहे। सैकड़ों की संख्या में जुटे प्रतिभागियों और दर्शकों ने महोत्सव को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।दिनभर चला यह युवा महोत्सव न केवल कला और संस्कृति का उत्सव बना, बल्कि नई पीढ़ी की ऊर्जा, कल्पनाशीलता और प्रतिभा का सशक्त परिचय भी देता रहा।
