कसा शिकंजा, निलंबित हुई प्राथमिक विद्यालय दीयां परमेश्वर मठिया की दोनों शिक्षिकाएं

कसा शिकंजा, निलंबित हुई प्राथमिक विद्यालय दीयां परमेश्वर मठिया की दोनों शिक्षिकाएं

- उप निदेशक व डीपीओ के जांच में मिली थी अनियमितताएं, अब बर्खास्तगी की लटकी तलवार

केटी न्यूज/डुमरांव

प्राथमिक विद्यालय दीयां परमेश्वर मठिया की प्रधानाध्यापिका नीलम कुमारी व सहायक शिक्षिका शोभा कुमारी को डीईओ के निर्देश पर नियोजन इकाई ने निलंबित कर दिया है। प्रखंड नियोजन इकाई सिमरी द्वारा दोनों शिक्षिकाओं को निलंबित करने के साथ ही सिमरी निलंबन अवधि में सिमरी बीआरसी में ड्यूटि करने का निर्देश दिया है जबकि उनके जगह उक्त विद्यालय में मध्य विद्यालय दीयां परमेश्वर के शिक्षकों सरोज कुमार व रविन्द्र कुमार को उक्त विद्यालय में तैनात किया गया है। बता दें कि 14 अक्टूबर को शिक्षा विभाग के उपनिदेशक अमर भूषण ने निरीक्षण किया था। तब शिक्षिका शोभा कुमारी गायब थी। उनके सीएल के आवेदन पर दिनांक अंकित नहीं था कि वह वे कब से कब तक सीएल पर रहेंगी, जबकि प्रधानाध्यापिका ने उसे स्वीकृत भी कर दिया। वही उप निदेशक के निर्देश पर अगले कार्यदिवस 16 अक्टूबर को स्थापना डीपीओ शारिक अशरफ उक्त विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे तो सुबह के पौन दस बजे तक विद्यालय में ताला बंद था। इस दौरान छात्रों की उपस्थिति भी शून्य थी। समीक्षा के क्रम में इसकी जानकारी मिलते ही विभाग के अपर सचिव केके पाठक ने इसे गंभीर अपराध बताते हुए तत्काल दोनों शिक्षिकाओं को बर्खास्त करने का फरमान सुनाया। उनके निर्देश पर ही डीईओ द्वारा पहले दोनों से स्पष्टीकरण पूछा गया तथा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर नियोजन इकाई को दोनों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीईओ अनिल कुमार द्विवेदी के निर्देश पर नियोजन इकाई ने तत्काल दोनों शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया है। वही अब उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। विभाग के इस कार्रवाई के बाद स्कूल छोड़ फरार रहने वाले शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। विभागीय जानकारों का कहना है कि दोनों शिक्षिकाओं को जिले के एक बड़े शिक्षा मॉफिया का संरक्षण प्राप्त था। जिस कारण विभाग के स्थानीय अधिकारी उक्त स्कूल का निरीक्षण करने तक नहीं जाते थे। यही कारण है कि उप निदेशक के निरीक्षण के पहले उक्त विद्यालय का निरीक्षण नहीं हुआ था। इस पर भी अपर सचिव ने संज्ञान लेते हुए डीईओ से कारणपृच्छा की है।