मां लक्ष्मी को प्रिय है ये रत्न,लोगों को रंक से बना देता है राजा

ज्योतिष शास्त्र में कई रत्न और उप रत्नों की जानकारी हमें मिलती है।ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों की स्थिति को मजबूत करने के लिए कई रत्न पहनने की सलाह दी जाती है।

मां लक्ष्मी को प्रिय है ये रत्न,लोगों को रंक से बना देता है राजा
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केटी न्यूज़/दिल्ली

ज्योतिष शास्त्र में कई रत्न और उप रत्नों की जानकारी हमें मिलती है।ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों की स्थिति को मजबूत करने के लिए कई रत्न पहनने की सलाह दी जाती है।इन रत्नों को पहनने से कई तरह के लाभ भी हमको मिलते हैं।इन रत्नों में एक ऐसा रत्न भी है जो आपके धन से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर कर सकता है।

हर रत्न किसी न किसी देवी देवता और ग्रह से जुड़ा होता है।इन्हीं रत्नों में से एक है माता लक्ष्मी का प्रिय रत्न स्फटिक इसे अंग्रेजी में क्वार्ट्ज कहा जाता है।माना जाता है कि, ये रत्न धन की देवी माता लक्ष्मी को अतिप्रिय है। नियमों का पालन करते हुए अगर इस रत्न को पहना जाए तो, लक्ष्मी माता आप पर धन की वर्षा कर सकती हैं। 

स्फटिक को पहनने के कुछ नियम है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो यह रत्न कर्क, मिथुन, वृषभ और तुला राशि को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाता है।ज्यादातर जिन लोगों की कुंडली में शुक्र दोष होता है, उन्हें स्फटिक धारण करने की सलाह दी जाती है।इस रत्न को शुक्रवार या बुधवार के दिन ही धारण करना चाहिए।इसे धारण करने से पहले गंगाजल से रत्न को शुद्ध अवश्य करें। 

स्फटिक को शुद्ध करने के बाद इसे माता लक्ष्मी के चरणों में रखना चाहिए।इसके बाद आपको श्रीसूक्त का पाठ करना चाहिए। या फिर माता लक्ष्मी के मंत्र 'ऊं श्रीं लक्ष्म्यै नमः' का 11 बार जप करना चाहिए।इसके बाद माता लक्ष्मी के चरणों में रखे स्फटिक रत्न को उठाकर आप इसे धारण कर सकते हैं।

इस रत्न को आप उंगली में भी पहन सकते हैं और गले में भी।स्फटिक रत्न धारण करने वालों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि माता लक्ष्मी को गंदगी पसंद नहीं है।स्फटिक धारण करने वाले पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।स्फटिक धारण करने से शुक्र भी मजबूत होता है, इसलिए आपको वैवाहिक और प्रेम जीवन में भी अच्छे रिजल्ट मिलते हैं।