आज है साल का अंतिम 'बुढ़वा मंगल'
आज 18 जून मंगलवार का दिन है।यह साल का अंतिम बड़ा मंगल है, जो ‘बुढ़वा मंगल’ के नाम से भी प्रसिद्ध है।
केटी न्यूज़/दिल्ली
आज 18 जून मंगलवार का दिन है।यह साल का अंतिम बड़ा मंगल है, जो ‘बुढ़वा मंगल’ के नाम से भी प्रसिद्ध है।यदि आप भगवान हनुमान के भक्त और साधक हैं, तो आपको उन्हें प्रसन्न करने का यह शुभ मौका बिल्कुल नहीं गंवाना चाहिए।यह संकटमोचक भगवान हनुमान को समर्पित एक विशेष दिन है।
हिन्दू धर्म में ‘बड़ा मंगल’ या ‘बुढ़वा मंगल’ हर साल केवल ज्येष्ठ महीने में पड़ता है। साल 2024 का पहला बड़ा मंगल 4 जून को था।आज 18 जून को चौथा बड़ा मंगल है। इस दिन हनुमानजी के भक्त और साधक जीवन में उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्ति के लिए विशेष पूजा और आराधना करते हैं। मान्यता है कि बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी की साधना से न केवल मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बल्कि अभीष्ट फलों के साथ जीवन में साहस, सौभाग्य, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, बुढ़वा मंगल की कथा पांडव भाइयों में भीम से जुड़ी है। भीम को अपने बल पर बहुत घमंड था। एक दिन भीम को एक रास्ते पर जाते हुए बूढ़े बंदर के भेष में हनुमानजी मिले, जिनकी पूंछ सड़क के आरपार पर पड़ी थी। शिष्टाचार के कारण भीम ने पूंछ लांघना उचित नहीं समझा और बूढ़े बंदर भेषधारी हनुमानजी से पूंछ हटाने के लिए कहा। हनुमानजी ने भीम से कहा कि वे बूढ़े हो गए हैं, इसलिए वह स्वयं पूंछ हटाकर चले जाएं।
भीम ने पूरी ताकत लगा दी, लेकिन उनसे हनुमानजी की पूंछ टस से मस नहीं हुई। इस घटना से भीम का घमंड टूट गया। तब हनुमानजी ने भीम को अपना असली रूप दिखाया और आशीर्वाद दिया। कहते हैं कि यह घटना ज्येष्ठ महीने में मंगलवार को हुई थी। तभी इसे इसे ‘बुढ़वा मंगल’ कहा जाता है। भीम भगवान हनुमान के अनुज थे, क्योंकि दोनों पवन-पुत्र हैं।