सासाराम रेलवे स्टेशन को गत वित्तीय वर्ष में यात्री भाड़ा से मिला 42.90 करोड़ का राजस्व, पिछले वर्ष से 4.45 करोड़ की वृद्धि

डीडीयू डिविजन में यात्री किराया से विभाग को अधिक राजस्व देने के मामले में ए श्रेणी माडल स्टेशन का दर्जा प्राप्त सासाराम रेलवे स्टेशन का बेहतर प्रदर्शन है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 से यात्री भाड़ा के राजस्व में चार करोड़ 45 लाख 19 हजार 238 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यात्री भाड़ा से सासाराम रेलवे स्टेशन को 42,90,38,245 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।

सासाराम रेलवे स्टेशन को गत वित्तीय वर्ष में यात्री भाड़ा से मिला 42.90 करोड़ का राजस्व, पिछले वर्ष से 4.45 करोड़ की वृद्धि
केटी न्यूज़, सासाराम: रोहतास। डीडीयू डिविजन में यात्री किराया से विभाग को अधिक राजस्व देने के मामले में ए श्रेणी माडल स्टेशन का दर्जा प्राप्त सासाराम रेलवे स्टेशन का बेहतर प्रदर्शन है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 से यात्री भाड़ा के राजस्व में चार करोड़ 45 लाख 19 हजार 238 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यात्री भाड़ा से सासाराम रेलवे स्टेशन को 42,90,38,245 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा माल भाड़ा से सासाराम को 3,69,51,304 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसकी जानकारी आरटीआइ से मिली है। 
सूचना के अधिकार के तहत यह सूचना रेलवे के वाणिज्य विभाग से प्राप्त की गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यात्री व माल भाड़ा से प्राप्त होने वाले राजस्व को जोड़ दिया जाए तो यह 46 करोड़ 59 लाख से अधिक का राजस्व हो जाएगा। यह डीडीयू मंडल में दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन मुगलसराय, गया स्टेशन के बाद सासाराम स्टेशन कुल राजस्व (यात्री व माल भाड़ा) के मामले में तीसरे नंबर पर है। 
राजधानी समेत कई अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं 
बताते चले कि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में सासाराम रेलवे स्टेशन को यात्री किराया से 38,45,19,012 करोड़ का राजस्व मिला था। हालांकि यात्री किराया के राजस्व में बढ़ोतरी के बावजूद सासाराम स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस समेत कई अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव अभी तक नहीं हो सका है। यात्री सुविधा से जुड़ी कई योजनाएं अब भी अधर में लटकी है। 
नए फुट ब्रिज निर्माण का कार्य अधूरा
नए फुट ब्रिज निर्माण का कार्य अधूरा पड़ा है। स्टेशन पर अभी तक एस्केलेटर नहीं लग सका है, जबकि यह स्टेशन ऐतिहासिक व पर्यटन की दृष्टिकोण से अपना एक अलग महत्व रखता है। स्टेशन के उत्तरी हिस्से में अभी तक  टिकट काउंटर शुरू नहीं हो सका है। आरा-सासाराम रेल लाइन का दोहरीकरण का कार्य भी नहीं हो सका है।