रोहतास में हुए सड़क हादसे में डुमरांव के युवक की दर्दनाक मौत, पत्नी व उसकी दोस्त भी जख्मी
डुमरांव थाना क्षेत्र के अरैला गांव निवासी एक युवक की रोहतास जिले के दरिगांव थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं, इस दुर्घटना में उसकी पत्नी तथा उसकी दोस्त गंभीर रूप से जख्मी हो गई है, जिन्हें सासाराम सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए हॉयर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

-- पत्नी व उसकी दोस्त को सासाराम से परीक्षा दिला लौट रहा था युवक, दरिगांव थाना क्षेत्र में डंपर की टक्कर से मौके पर हो गई युवक की मौत, पसरा मातम
केटी न्यूूज/डुमरांव
डुमरांव थाना क्षेत्र के अरैला गांव निवासी एक युवक की रोहतास जिले के दरिगांव थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं, इस दुर्घटना में उसकी पत्नी तथा उसकी दोस्त गंभीर रूप से जख्मी हो गई है, जिन्हें सासाराम सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए हॉयर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
मृतक की पहचान अरैला गांव निवासी 30 वर्षीय रविन्द्र यादव के रूप में हुई है। वहीं, उसकी पत्नी 26 वर्षीय संगीता देवी व उसकी सहेली की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार वह चार दिन पहले अपनी पत्नी को लेकर परीक्षा दिलाने सासाराम गया था। रविवार को परीक्षा संपन्न होने के बाद वह पत्नी तथा उसकी एक दोस्त को लेकर बाइक से पहले तारा चंडी मंदिर में दर्शन पूजन करने गया तथा वहां से अपने गांव लौट रहा था,
लेकिन दरिगांव थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार डंपर ने उसकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दिया। दुर्घटना के विभत्सता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हेलमेट पहनने के बावजूद रविन्द्र का सर बूरी तरह से कुचल गया था। दरिगांव के थानाध्यक्ष कपिलदेव पासवान ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया गया है।
वहीं, इस घटना की जानकारी मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया है। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को उसका शव पैतृक गांव अरैला लाया गया। शव आते ही परिजनों के क्रंदन चित्कार से माहौल गमगीन हो गया। घटना के बाद से गांव में मायूशी छाई है। परिजनों ने भारी मन से उसका अंतिम संस्कार किया।
खाड़ी देश में नौकरी करता था मृतक
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक अपने परिवार के भरण पोषण के लिए खाड़ी देश में नौकरी करता था। वह कुछ महीने पहले ही खाड़ी देश से आया था तथा एक सप्ताह के अंदर फिर खाड़ी देश जाने वाला था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। दुबारा खाड़ी देश जाने से पहले वह दुनिया ही छोड़ गया। कमाउ पूत के मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि व तीन भाईयों में सबसे बड़ा था।