ऐसा स्कूल जहां एक भी बच्चे नामांकित नहीं, फिर भी मास्टर साहब उठा रहे थे वेतन, कई विद्यालयों में शून्य नामांकन पर हो रहा ऐसा

वर्षों से संचालित हो रहे 67 भूमिहीन विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त किया गया है। इसमें से कई ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी बच्चों का नामांकन नहीं था, फिर भी वहां वर्षों से दो-तीन शिक्षक कार्यरत थे। बच्चों को पढ़ाए बगैर ही इन शिक्षकों द्वारा वेतन का कार्य आज तक किया जा रहा है।

ऐसा स्कूल जहां एक भी बच्चे नामांकित नहीं, फिर भी मास्टर साहब उठा रहे थे वेतन, कई विद्यालयों में शून्य नामांकन पर हो रहा ऐसा
केटी न्यूज़, सासाराम : रोहतास । पिछले दो माह में शिक्षा विभाग द्वारा शिफ्ट होकर वर्षों से संचालित हो रहे 67 भूमिहीन विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त किया गया है। इसमें से कई ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी बच्चों का नामांकन नहीं था, फिर भी वहां वर्षों से दो-तीन शिक्षक कार्यरत थे। बच्चों को पढ़ाए बगैर ही इन शिक्षकों द्वारा वेतन का कार्य आज तक किया जा रहा है। वैसे विद्यालयों की संख्या भी अधिक रही हैं, जहां 40 से कम बच्चों पर तीन-चार शिक्षक कार्यरत थे। जबकि विभाग द्वारा पूर्व से विद्यालयों में 40 छात्र-छात्रा पर एक शिक्षक निर्धारित की गई है। जिन गांव के विद्यालय का अस्तित्व समाप्त किया गया है, वहां अब स्कूल होने की बात इतिहास बन जाएगी। 
भवन के लिए आजतक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई
उसी विद्यालयों का वजूद खत्म किया गया है, जिसे भवन के लिए आजतक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। न तो जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग दो कट्ठा जमीन मुहैया करा पाया है न ग्रामीण ही दान दे पाए हैं। जिन विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त किया गया है, वहां के उपस्कर से लेकर शिक्षक तक सारी व्यवस्था अब संवलियत मूल विद्यालय का हो गया है। शिक्षकों को मूल विद्यालय में योगदान कर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी कहा है कि जिन गांव के विद्यालय का अस्तित्व समाप्त किया गया है, अगर वहां भविष्य में भूमि उपलब्ध होती है तो नए सिरे से स्कूल खोलने के निर्णय किया जाएगा। 
67 भूमिहीन विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त
डीपीओ सर्व शिक्षा राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि विभागीय निर्णय के आलोक में अबतक जिले में शिफ्ट होकर संचालित होकर 67 भूमिहीन विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त कर समीप के स्कूल में मर्ज कर दिया गया है। अब वहां कार्यरत शिक्षक समेत अन्य सारी व्यवस्था मूल विद्यालय की हो गई है।