शारदीय नवरात्र के पहले दिन बलिया के मंदिरों में भक्तों की भीड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

बलिया। "या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेश संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः।" इस मंत्र से शहर से गांव तक हर घर और मंदिर देवीमय हो गया।

शारदीय नवरात्र के पहले दिन बलिया के मंदिरों में भक्तों की भीड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

केटी न्यूज़/ बलिया 

बलिया। "या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेश संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः।" इस मंत्र से शहर से गांव तक हर घर और मंदिर देवीमय हो गया। शारदीय नवरात्र के पहले दिन, गुरुवार को, जिले के प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। नारियल, चुनरी, धूप, और गुड़हल चढ़ाकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिरों में मां के जयकारे और घंट-घड़ियाल की गूंज से पूरा क्षेत्र देवीमय हो गया। लोगों ने अपने घरों में वैदिक मंत्रों के साथ कलश स्थापना की और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। 

मंदिरों के पट सुबह 4 बजे से ही भक्तों के लिए खोल दिए गए थे। सुरक्षा के मद्देनजर महिला और पुरुष पुलिसकर्मी मौजूद थे। कुछ प्रमुख मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे ताकि किसी भी अव्यवस्था पर नजर रखी जा सके।

शहर से लेकर गांवों तक नवरात्र को लेकर भक्तों में भारी उत्साह था। प्रमुख मंदिरों जैसे गुदरी बाजार, जापलिनगंज दुर्गा मंदिर, ब्रह्माइन स्थित ब्राह्मणी देवी मंदिर, शंकरपुर स्थित शांकरी भवानी, फेफना के कपिलेश्वरी भवानी मंदिर और अन्य स्थानों पर भक्तों ने नारियल, चुनरी और प्रसाद चढ़ाकर परिवार की मंगल कामना की। मंदिरों में भीड़ को देखते हुए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी, और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और पुलिस बल तैनात किया गया था। खुफिया विभाग के कर्मचारी भी सादे कपड़ों में निगरानी कर रहे थे। 

मां ब्राह्मणी देवी की महिमा दूर-दूर तक फैली है। बलिया शहर से करीब 7 किमी दूर सुखपुरा थाना क्षेत्र के ब्रह्माइन गांव में यह मंदिर स्थित है। यहां शारदीय और बासंतिक नवरात्र में न सिर्फ जनपद बल्कि बाहर से भी लोग दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। मान्यता है कि राजा सूरथ जब युद्ध से थककर लौट रहे थे, तब उन्होंने यहां एक तालाब के पास ठहरकर स्नान किया, जिससे उनके जख्म ठीक हो गए। इसके बाद उन्होंने यहां मां ब्राह्मणी देवी की प्रतिमा स्थापित की। माना जाता है कि यहां सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।