ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस और जलसा ए सीरतुन्नबी का भव्य आयोजन, क़ौमी यकजहती पर जोर

जौनपुर। रबीउल अव्वल का महीना आते ही आखिरी नबी हज़रत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर नगर के मोहल्लों, गलियों और चौराहों पर बड़े अकीदत और मोहब्बत के साथ जलसा ए सीरतुन्नबी

ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस और जलसा ए सीरतुन्नबी का भव्य आयोजन, क़ौमी यकजहती पर जोर

केटी न्यूज़/ जौनपुर

जौनपुर। रबीउल अव्वल का महीना आते ही आखिरी नबी हज़रत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर नगर के मोहल्लों, गलियों और चौराहों पर बड़े अकीदत और मोहब्बत के साथ जलसा ए सीरतुन्नबी और जुलूस ए मदहे सहाबा का आयोजन धूमधाम से किया जाता है। इसी कड़ी में डढ़ीयाना टोला में रहमानिया सीरत कमेटी की ओर से ईद मिलादुन्नबी और जुलूस ए मदहे सहाबा का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत मौलाना वामिक की तिलावत ए क़ुरआन से हुई और नात पढ़ी गई।

बाद नमाज़ ए ईशा, शाही जामा मस्जिद से जुलूस शुरू हुआ, जिसे शाहनवाज मंज़ूर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जुलूस विभिन्न रास्तों से होते हुए फन ए सिपहगरी के अखाड़ों और नात ख्वानी के साथ फज्र की नमाज़ से पहले रौज़ा कदम रसूल पर पहुंचा। रास्तों को रंग-बिरंगी लाइटों और सजावट से दुल्हन की तरह सजाया गया था।

रहमानिया सीरत कमेटी ने डढ़ीयाना टोला पर क़ौमी यकजहती के जलसे का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता मौलाना हसनैन अहमद सिद्दीकी ने की और शैलेन्द्र यादव ललई मुख्य अतिथि रहे। सभा में सभी धर्मों और समुदायों के बीच भाईचारे और एकता पर जोर दिया गया। कार्यक्रम का समापन मौलाना हसनैन अहमद सिद्दीकी की दुआ से हुआ। अंत में महासचिव अशफ़ाक मंसूरी ने सभी अतिथियों का शुक्रिया अदा किया।