बढ़ी सतर्कता : प्रयागराज की घटना के बाद बक्सर में चौकस हुआ प्रशासन,
- डीएम एसपी के नेतृत्व में सेंट्रल जेल में की गई छापेमारी
- बक्सर स्टेशन पर पूरे दिन आरपीएफ ने चलाया विशेष अभियान
फोटो- सेंट्रल जेल में छापेमारी करते डीएम-एसपी व अन्य
फोटो- बक्सर स्टेशन के बाहर मुश्तैद खड़ी आरपीएफ की टीम
केटी न्यूज/बक्सर
यूपी के प्रयागराज में शनिवार की रात पुलिस कस्टडी में कुख्यात अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद यूपी के सीमावर्ती बक्सर जिले में प्रशासनिक सतर्ककता बढ़ा दी गई है। हालांकि इस मसले पर पुलिस प्रशासन कुछ खुलकर नहीं बोल रहा, लेकिन प्रशासन की कवायदें इस बात की प्रमाण है कि प्रयागराज की घटना के बाद काफी सर्तक हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को एक तरफ डीएम व एसपी के नेतृत्व में बक्सर सेंट्रल जेल में छापेमारी की गई तो दूसरी तरफ रेल पुलिस भी पूरे दिन मुश्तैद रही तथा सभी ट्रेनों की तलाशी ली गई। इस दौरान प्लेटफार्म तथा पूरे स्टेशन परिसर में आरपीएफ की टीम ने सर्च आपरेशन चलाया। जेल और स्टेशन परिसर में चलाए गए छापेमारी अभियान में कुछ भी बरामद होने की जानकारी नहीं मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार डीएम अंशुल अग्रवाल व एसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में शनिवार की सुबह करीब 9:45 बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम दाखिल हुई थी। इस दौरान सभी जेल के सभी वार्डों की तलाशी ली गई। लेकिन कुछ भी आपत्ति जनक सामान बरामद नहीं हुआ। निरीक्षण के दौरान डीएम व एसपी ने कारा में अनुशासन बनाए रखने एवं विभागीय निर्देशों के अनुरूप सभी सुरक्षात्मक उपायों तथा दिशा निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया। डीएम ने कारा अधीक्षक राजीव कुमार को निर्देश दिया कि कारा के सभी कैदियों का निरंतर स्वास्थ जांच कराते हुए उनका हेल्थ प्रोफाइल रखा जाए।
जेल की सुरक्षा के दृष्टि से कुछ अतिरिक्त जगहों पर भी सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश डीएम ने दिया। करीब डेढ़ घंटे तक जेल में रहने के बाद प्रशासनिक टीम लौट आई। इस दौरान बक्सर एसडीओ धीरेन्द्र मिश्र, सदर एसडीपीओ गोरख राम, जेल उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह, नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार समेत कई अन्य थानों की पुलिस शामिल थी। वही दूसरी तरफ आरपीएफ ने बक्सर स्टेशन तथा टेªनों में विशेष तलाशी अभियान चलाया। आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में रेलव सुरक्षा बलों के जवानों ने पूरे दिन स्टेशन से गुजरने वाली टेªनों तथा परिसर के चप्पे-चप्पे का निरीक्षण किया गया। माना जा रहा है कि किसी संभावित उपद्रव की आशंका को देखते हुए ऐसा किया गया है। जबकि आरपीएफ प्रभारी दीपक ने इसे रूटीन जांच अभियान बताया।