कांवड़ियों को इस तरह से मिलेगी सुरक्षा

आज से श्रावण मास का पवित्र महीना शुरू हो चुका है।दिल्ली में श्रद्धालु बड़ी संख्या में कांवड़ लेकर आएंगे।

कांवड़ियों को इस तरह से मिलेगी सुरक्षा
Kaanwad

केटी न्यूज़/नई दिल्ली 

आज से श्रावण मास का पवित्र महीना शुरू हो चुका है।दिल्ली में श्रद्धालु बड़ी संख्या में कांवड़ लेकर आएंगे।दिल्ली से होते हुए हरियाणा और राजस्थान जाएंगे।दिल्ली में कांवड़ियों को लेकर करीब 200 बड़े कांवड़ शिविर लगाए गए हैं।वैसे तो 22 जुलाई से यात्रा शुरू होगी, लेकिन दिल्ली में 24 जुलाई से कांवड़िये आने शुरू हो जाएंगे। 2 अगस्त को भगवान शिव को पवित्र गंगाजल चढ़ाने के बाद यात्रा समाप्त होगी।

संवेदनशील इलाकों में एक्स्ट्रा पट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। सभी जिला डीसीपी ने इलाके की अमन कमिटी के साथ मीटिंग की। वहीं, अमन कमिटी के लोग कावड़ यात्रा का फूल मालाओं और अन्य सेवाओं से स्वागत करेंगे। पुलिस का कहना है कि दिल्ली में 24 जुलाई से कांवड़ का प्रेशर बढ़ेगा। दिल्ली में एंट्री के बाद इंटरसेक्शन के दौरान कावड़ यात्रा के आसपास SWAT के कमांडो की भी मौजूदगी रखी गई है। खासकर संवेदनशील इलाके में। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी संदिग्ध और संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखेंगे।

शाहदरा और उत्तर पूर्वी दिल्ली के संवेदनशील इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन इलाकों में मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है। डॉग स्क्वॉड भी लगातार अपनी जांच कर रहा है। करीब 5 हजार पुलिसकर्मियों और 400 पुलिस गाड़ियों की शिफ्टवाइज तैनाती की गई है। ये तैयारी खास तौर पर दिल्ली की सीमाओं के आसपास दिखेगी। कांवड़ यात्रियों के लिए अधिकांश कैंप की व्यवस्था शाहदरा और उत्तर पूर्वी दिल्ली में की गई है। जहां मेटल डिटेक्टर की मदद से जांच की जा रही है।

कांवड़ यात्रा की सिक्योरिटी अरेंजमेंट देख रहे पुलिस अफसर के मुताबिक,इस साल दिल्ली में लगभग 20 लाख कांवड़ियों के आने का अनुमान है। दिल्ली में कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इसके लिए हर बड़े शिविर के आसपास हाई रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। कांवड़ियों की सुरक्षा के साथ कांवड़ शिविर की सुरक्षा प्राथमिकता है। इसके लिए हर शिविर के आसपास 30 दिनों के बैकअप के साथ 4 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

किसी भी तरह के हादसे से बचने के लिए पोल, रस्सियां, बैरिकेड्स लगाकर अलग से कैरिज वे का इंतजाम किया गया है। नॉर्थ, नॉर्थ ईस्ट, शाहदरा, ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट, आउटर, साउथ ईस्ट, रोहिणी, आउटर नॉर्थ, वेस्ट और आउटर जिले की पुलिस ने हर बड़े कांवड़ शिवर के साथ अपना कैंप बनाया है। साथ ही सभी जिलों में अलग से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इसके साथ ही जगह-जगह मचान, रेत की बोरियों से बने मोर्चा पर पुलिस की तैनाती रहेगी। हर कैंप में मिसिंग बूथ की व्यवस्था है। जहां अगर कोई मिसिंग है तो लाउडस्पीकर के जरिए अनाउंसमेंट किया जा सकेगा