20 और 21 जुलाई को जिले के सभी मतदान केंद्रों पर करें बीएलओ और बीएलए की संयुक्त बैठक - जिलाधिकारी

जिले में आगामी चुनावों की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय नजर आ रहा है। इसी क्रम में अनुमंडल स्तर पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी डॉ. विद्यानन्द सिंह ने मतदान केंद्र स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) और विभिन्न राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को संबोधित किया।

20 और 21 जुलाई को जिले के सभी मतदान केंद्रों पर करें बीएलओ और बीएलए की संयुक्त बैठक - जिलाधिकारी

-- मतदाता सूची की शुद्धता को लेकर प्रशासन गंभीर, बीएलओ-बीएलए की संयुक्त बैठक के निर्देश

-- संयुक्त बैठक में मृत-शिफ्ट-रिपीट मतदाताओं की सूची होगी साझा

केटी न्यूज/बक्सर

जिले में आगामी चुनावों की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय नजर आ रहा है। इसी क्रम में अनुमंडल स्तर पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी डॉ. विद्यानन्द सिंह ने मतदान केंद्र स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) और विभिन्न राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को संबोधित किया। 

इस अवसर पर उन्होंने मतदाता सूची की शुद्धता को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने की बात कही और स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की त्रुटि या विसंगति को किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।जिलाधिकारी ने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत हो रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि मतदाता सूची में मृत, शिफ्ट और रिपीट मतदाताओं की पहचान करना अति आवश्यक है

ताकि आगामी प्रारूप मतदाता सूची पूर्ण रूप से त्रुटिरहित और अद्यतन हो सके। इसके लिए उन्होंने निर्देशित किया कि 20 और 21 जुलाई को जिले के सभी मतदान केंद्रों पर बीएलओ और बीएलए की संयुक्त बैठक आयोजित की जाए। इस बैठक में संबंधित मतदान केंद्र से जुड़े मृत, शिफ्ट और रिपीट के रूप में चिन्हित मतदाताओं की सूची साझा की जाएगी।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि इन बैठकों का उद्देश्य पारदर्शिता को बढ़ावा देना और राजनीतिक दलों की भागीदारी से मतदाता सूची को और अधिक विश्वसनीय बनाना है। उन्होंने बीएलओ को विशेष रूप से निर्देशित किया कि जिन मतदान केंद्रों पर कार्य शेष है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की विश्वसनीयता की बुनियाद एक सटीक मतदाता सूची होती है, और इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में डुमरांव के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) राकेश कुमार, डीसीएलआर डुमरांव, प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार पांडेय, नावानगर और सिमरी प्रखंडों सहित अनुमंडल के सभी प्रखंडों के बीएलओ पर्यवेक्षक, बीएलओ और विभिन्न राजनीतिक दलों के बीएलए उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान एसडीएम राकेश कुमार ने भी उपस्थित बीएलओ और बीएलए से संवाद करते हुए कहा कि यह एक साझा प्रयास है, जिसमें प्रशासन और राजनीतिक दलों की समान रूप से भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बीएलओ और बीएलए के बीच समन्वय मजबूत हो, जिससे मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।

बैठक में उपस्थित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी प्रशासन के इस प्रयास की सराहना की और आश्वासन दिया कि वे अपने बूथ लेवल एजेंट्स के माध्यम से इस प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग देंगे।जिलाधिकारी ने अंत में यह भी कहा कि यह पूरी प्रक्रिया केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती का मूल आधार है। अगर मतदाता सूची सटीक होगी, तभी मतदाता का अधिकार सुरक्षित रहेगा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सकेगी।

इस निर्देश और समीक्षा के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जिला प्रशासन मतदाता सूची को लेकर कोई भी ढील नहीं बरतेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि हर योग्य मतदाता का नाम सूची में दर्ज हो और अपात्र प्रविष्टियों को समय रहते हटाया जाए।