शंभू पांडेय बने गंगा समग्र के राष्ट्रीय आरती आयाम प्रमुख मिली बधाई
बक्सर जिले के ब्रह्मपुर निवासी शम्भू नाथ पांडेय को गंगा समग्र का राष्ट्रीय आरती आयाम प्रमुख बनाया गया है। वे अभी गंगा समग्र दक्षिण बिहार के प्रान्त संयोजक के दायित्व का भी निर्वहन कर रहे है। विदित हो कि गंगा समग्र 15 आयामों पर काम कर रहा है।
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केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर जिले के ब्रह्मपुर निवासी शम्भू नाथ पांडेय को गंगा समग्र का राष्ट्रीय आरती आयाम प्रमुख बनाया गया है। वे अभी गंगा समग्र दक्षिण बिहार के प्रान्त संयोजक के दायित्व का भी निर्वहन कर रहे है। विदित हो कि गंगा समग्र 15 आयामों पर काम कर रहा है।
जिसमें गंगा आरती, पौधरोपण, जैविक कृषि, तालाब आयाम, सहायक नदी आयाम, शिक्षण-संस्था आयाम, गंगा वाहिनी आयाम, गंगा सेविका आयाम, एसटीपी आयाम, गंगा आश्रित आयाम, पर्व आयाम जैसे आयाम प्रमुख है। हाल ही में 7, 8 और 9 फरवरी को गंगा समग्र का राष्ट्रीय कार्यकर्ता संगम (अधिवेशन) प्रयागराज महाकुम्भ में आयोजित हुआ था।
जिसमें मुख्यरूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, जुन्ना अखाड़ा के पीठाधीश्वर अवधेशानन्द गिरी जी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह लल्लू बाबू, राष्ट्रीय संगठनमंत्री रामाशीष बाबू व महामंत्री आशीष गौतम उपस्तिथ रहें।
पूरे देश के 5000 प्रतिनिधि व आधे से अधिक राज्यों से गंगा समग्र के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। शम्भू नाथ पांडेय के कार्य को देखकर व संगठन के प्रति समर्पण की भावना को देखकर उन्हें ये जिम्मेवारी दी गई है। विदित हो कि ब्रह्मपुर बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ धाम स्तिथ शिवगंगा सरोवर पर उनके द्वारा विशेष महाआरती का आयोजन 5 सालों से लगातार कराया जा रहा है।
श्री पांडेय ने बताया कि मुझे जो जिम्मेवारी सौंपी गई है, इसे ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने का प्रयास करूंगा। देश के आधे से अधिक राज्यों में गंगा समग्र का संगठन काम कर रहा है। आने वाले समय मे गंगा समग्र देश के बचे हुए राज्यों में संगठन विस्तार के कार्य की योजना तैयार की है।
गंगा समग्र सिर्फ गंगा ही नहीं वरन सम्पूर्ण जल स्रोतों, सहायक नदियों, तालाबों व कुओं पर समाज जागरण का कार्य कर रहा है।उन्होंने कहा कि जल है तो कल है। आने वाले समय मे जल के लिए युद्ध हो सकते है। इस समाज को पहले से जगना पड़ेगा। मिट्टी के अंदर पानी का स्तर घट रहा है,
लोग आर्सेनिक व कई गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे है। इसके लिए बरसाती जल को संरक्षित करने, तालाबों के लिए प्रेरित करना, कुओं को पुनर्जीवित करने हेतु समाज जागरण का कार्य कर रहा है।