राजपुर ट्रिपल मर्डर, रौद्र रूप में बक्सर पुलिस बुलडोजर चला पांच आरोपियों का घर किया ध्वस्त, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव

राजपुर थाना क्षेत्र के अहियारपुर गांव में हुए बहुचर्चित ट्रिपल हत्याकांड मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर पांच आरोपियों का घर बुलडोजर चला ध्वस्त कर दिया। इस दौरान गांव में भारी संख्या में पुलिस टीम तैनात थी।

राजपुर ट्रिपल मर्डर, रौद्र रूप में बक्सर पुलिस बुलडोजर चला पांच आरोपियों का घर किया ध्वस्त, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव

- घटना के छठवे दिन कुर्की जब्ती कर प्रशासन ने साफ कर दिए है इरादे, शनिवार को अरोपियों ने वर्चस्व की जंग में मचाया था कत्लेआम

- एसपी व डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम की मौजूदगी से आरोपियों के समर्थकों में मच गया हड़कंप

केटी न्यूज/बक्सर 

राजपुर थाना क्षेत्र के अहियारपुर गांव में हुए बहुचर्चित ट्रिपल हत्याकांड मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर पांच आरोपियों का घर बुलडोजर चला ध्वस्त कर दिया। इस दौरान गांव में भारी संख्या में पुलिस टीम तैनात थी। 

जिन आरोपियों के घर ध्वस्त किया गया है उनमें पूर्व जिप उपाध्यक्ष संतोष यादव, पूर्व मुखिया मनोज यादव, बटेश्वर यादव, अभिषेक यादव, महेंद्र यादव और कुणाल यादव शामिल हैं। इनमें मनोज व संतोष दोनों सगे भाई है तथा दोनों का संयुक्त घर है।

डीएम अंशुल अग्रवाल ने इसके लिए बतौर मजिस्टेªट राजपुर बीडीओ सिद्धार्थ कुमार व सीओ डॉ. शोभा कुमारी को नियुक्त किया था तथा दिन में ही कुर्की जब्ती की कार्रवाई का निर्देश दिया गया था, लेकिन दोनों अधिकारी देर शाम पहुंचे, इसके बाद कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान एसपी शुभम आर्य, बक्सर सदर डीएसपी धीरज कुमार व राजपुर थानाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थी।

वहीं, बक्सर सदर एसडीएम अविनाश कुमार ने इसके लिए छह बुलडोजर व आठ टैªक्टर मुहैया कराया था। सबसे पहले आरोपियों के घरों के पालतू मवेशियों को खोल हटाया गया। इसके बाद कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू की गई। प्रशासन की निगरानी आरोपियों के घरों की खिड़की दरवाजे व दीवारे तोड़ते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीण इस कार्रवाई को दूर से ही देख रहे थे। 

बता दें कि इस मामले में पुलिस ने दो दिन पहले ही आरोपियों के घर इश्तेहार चस्पा उन्हें 24 घंटे के अंदर हाजिर होने का निर्देश दिया था, लेकिन प्रशासन के इस फरमान के बावजूद आरोपी सरेंडर नहीं किए, जिसके बाद प्रशासन द्वारा कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई। 

प्रशासन की इस कार्रवाई से जहां आरोपियों व उसके समर्थकों में हड़कंप मच गया है, वहीं पीड़ित परिवारों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ितों में अभी भी भय बना हुआ है।