पीएनसी की लापरवाही से 14 घंटे तक सड़क पर खड़ी रही दुर्घटनाग्रस्त टेलर, लगा जाम
बुधवार की मध्य रात्रि पटना बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग 922 पर एक भीषण हादसे में एक टेलर चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया, वहीं उसका वाहन भी क्षतिग्रस्त हो बीच सड़क पर फंस गया था। इस हादसे के बाद नया भोजपुर थाने की पुलिस ने आनन फानन में जख्मी टेलर चालक को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दुर्घटना ग्रस्त टेलर बीच सड़क पर ही छूट गई थी।

- एक लेन पर पहले से ही लगी थी ट्रकों की लंबी लाईन, दुर्घटना के बाद दूसरा लेन जाम होने से एनएच 922 पर पूरी रात ट्रैफिक में फंसे रहे वाहन चालक
- पुलिस की गुहार का पीएनसी कर्मियों पर नहीं पड़ा असर
- पुलिस से बोले टोलकर्मी नियमों और सुरक्षा से टोलकर्मियों को कोई मतलब नहीं, सिर्फ टैक्स वसूलना दलसागर प्लाजा की जिम्मेदारी
रजनी कांत दूबे/डुमरांव
बुधवार की मध्य रात्रि पटना बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग 922 पर एक भीषण हादसे में एक टेलर चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया, वहीं उसका वाहन भी क्षतिग्रस्त हो बीच सड़क पर फंस गया था। इस हादसे के बाद नया भोजपुर थाने की पुलिस ने आनन फानन में जख्मी टेलर चालक को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दुर्घटना ग्रस्त टेलर बीच सड़क पर ही छूट गई थी।
जिस कारण पूरी रात एनएच 922 पर जाम लगा रहा तथा वाहन चालक काफी परेशान हुए। इस दौरान स्थानीय पुलिस की आरजू मिन्नत का असर भी पीएनसी कंपनी से जुड़े टोल कर्मियों पर नहीं हुआ तथा टोल कर्मियों ने स्पष्ट कहा कि हमारी जिम्मेवारी सिर्फ टोल टैक्स वसूलना है। इस दौरान देर तक पुलिस व टोल कर्मियों के बीच बातचीत होते रही, लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला।
इधर दोनों लेन जाम होने से वाहन चालकों की खासी फजीहत हुई। बता दें कि बुधवार की रात जोरदार लग्न था। जिस कारण देर रात से लेकर सुबह तक बारात से लौटने वाले लोग भी घंटो फंसे रहे। जानकारी के अनुसार गुरूवार की दोपहर करीब 12 बजे तक उक्त टेलर वहीं पर खड़ी थी।
अब पूरा मामला समझिए
बुधवार की एनएच 922 के दक्षिणी लेन में ट्रकों की लंबी लाईन लगी थी। इसी दौरान एक टेलर चालक प्रताप सागर से ही खाली पड़े उत्तरी लेन से अपना वाहन लेकर जाने लगा। रात करीब 11.30 बजे दल सागर स्थित टोल प्लाजा के से करीब 200 मीटर पहले सामने खड़ी एक टेलर में उसकी टक्कर हो गई। इस घटना में टेलर चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया तथा उसकी दुर्घटनाग्रस्त वाहन वहीं खड़ी हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही नया भोजपुर पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई।
घटना के बाद लग गया था महाजाम
इधर एक लेन पहले से ही ट्रकों के खड़ा रहने से जाम था, वहीं दुर्घटना के बाद दूसरा लेन भी जाम हो गया। इसके बाद वाहन चालकों को काफी परेशनी हुई। इधर पुलिस टोल प्लाजा पहुंच पीएनसी के कर्मियों से दुर्घटना ग्रस्त टेलर को हटाने की बात कही, लेकिन टोल प्लाजा के कर्मियों ने कहा कि हमारी जिम्मेवारी सिर्फ टोल प्लाजा पर टैक्स वसूलने का है। इधर पुलिस तर्क दे रही थी कि पीएनसी के पास एंबुलेंस से लगायत सड़क दुर्घटना में टूटे-फूटे वाहनों को हटाने तक का संसाधन मौजूद है।
वह संसाधन टोल टैक्स के पास होना चाहिए, लेकिन टोल कर्मियों पर इसका कुछ भी असर नहीं पड़ा। नया भोजपुर के प्रभारी थानाध्यक्ष सुमन कुमार गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन टोलकर्मी सिर्फ यही जबाव देते रहे कि दुर्घटनाग्रस्त टेलर को सड़क से हटवाना मेरी जिम्मेवारी नहीं है। आप पेट्रोलिंग टीम से बात कर लीजिए। इसके बाद प्रभारी थानाध्यक्ष ने पेट्रोलिंग टीम को कॉल किया, लेकिन वहां से जानकारी मिली कि क्रेन का चालक मौजूद नहीं है।
फोन कॉल को ऊपर के विभाग में ट्रांसफर किया गया, लेकिन उसके बावजूद 14-15 घंटे बीत जाने के बाद तक ट्रक को मौके से नहीं हटाया गया। प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा कि यदि दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को समय पर साइड नहीं कराया गया तो पीछे से आने वाला कोई और ट्रेलर इसमें टकरा सकता है और इससे एक और सड़क दुर्घटना हो सकती है। टोल कर्मियों की यह लापरवाही स्पष्ट रूप से एक गंभीर प्रशासनिक विफलता है, विशेषकर तब, जब टोल से प्रतिदिन लाखों रुपये वसूले जाते हैं।
यूपी व बक्सर प्रशासन के बीच हुई वार्ता का नतीजा बेअसर
बता दें कि कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के कोरंटाडीह में बक्सर व यूपी प्रशासन के बीच बैठक हुई थी। जिसमें यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह भी मौजूद रहे। इस बैठक में तय किया गया था कि ट्रैफिक जाम और दुर्घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाने के लिए क्रेन सेवा को हमेशा अलर्ट मोड पर रखा जाएगा।
ताकि यदि कोई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो या खराब हो जाए तो उसे तुरंत हटाया जा सके और जाम नहीं लग पाए। लेकिन दलसागर टोल प्लाजा की ऐसी लापरवाहियों यह साबित करती हैं कि इन यह महत्वपूर्ण नियम धरातल पर नहीं उतर सका है।