2290 थर्ड जेंडर भी बिहार लोस में महत्त्वपूर्ण, 40 लोस में प्रत्याशियों के भाग्य का करेंगे फ़ैसला

बिहार के 40 लोस में प्रत्याशियों के भाग्य का फ़ैसला 2290 थर्ड जेंडर वोटर करेंगे।बता दें कि बिहार में सबसे ज्यादा थर्ड जेंडर पटना में 173 और सबसे कम शेखपुरा में महज एक है। पहले चरण में 19 अप्रैल को चार लोस में 143 थर्ड जेंडर वोटिंग करेंगे।

2290 थर्ड जेंडर भी बिहार लोस में महत्त्वपूर्ण, 40 लोस में प्रत्याशियों के भाग्य का करेंगे फ़ैसला

केटी न्यूज़/पटना

बिहार राज्य के लोकसभा क्षेत्र में इस बार प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 2290 थर्ड जेंडर मतदाता करेंगे। इसके लिए सभी प्रत्याशियों को इन मतदाताओं से भी संपर्क करने के साथ अपने पक्ष में मतदान करने के लिए अनुनय विनय करना पड़ेगा। सूबे में भले ही इनकी संख्या कम है परंतु इनका महत्व आम मतदाताओं से कहीं भी कम नहीं है। जितनी आम मतदाताओं के वोटों की कीमत है, उतनी ही कीमत इन मतदाताओं की भी है। 

इस लोकसभा चुनाव के लिए एक जनवरी 2024 को जारी की गई मतदाता सूची के अनुसार राज्य के सभी 40 लोकसभा क्षेत्र में थर्ड जेंडर की कुल संख्या 2290 है। राज्य में सबसे ज्यादा थर्ड जेंडर वोटर पटना में 173, मधुबनी में 168, नवादा में 151, भागलपुर में 130, मुजफ्फरपुर में 116, पश्चिम चंपारण में 104, पूर्वी चंपारण में 94, वैशाली में 93, अररिया और सीतामढ़ी में 89- 89, आरा में 35 और सासाराम में 60 थर्ड जेंडर मतदाता है। दूसरी तरफ राज्य में सबसे कम थर्ड जेंडर मतदाता शेखपुरा में एक, अरवल में तीन, शिवहर में दस, सारण और कैमूर में 11-11 बक्सर और लखीसराय में 13-13 बांका में 17, जहानाबाद 24, सुपौल 29, सहरसा 33 और खगड़िया में 32 ऐसे मतदाता है। इन सभी जिलों के अलावा अन्य में इनकी संख्या कम है।

19 अप्रैल को पहले चरण में 143 थर्ड जेंडर करेंगे मतदान

राज्य के पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले नवादा, जमुई, गया और औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में कुल 143 थर्ड जेंडर मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे। इसमें नवादा में 151, गया में 55, औरंगाबाद में 42 और जमुई में 35 ऐसे मतदाता है, जो इन सभी चार लोकसभा क्षेत्र में खड़े प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

राज्य के एक दर्जन विधानसभा में नहीं है थर्ड जेंडर 

राज्य के एक दर्जन विधानसभा क्षेत्र में एक भी थर्ड जेंडर मतदाता नहीं है। इन में बक्सर का राजपुर विधानसभा क्षेत्र, शेखपुरा का शेखपुरा विस, बांका का कटोरिया और समस्तीपुर का वारिसनगर समेत एक दर्जन विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जहां पर एक भी थर्ड डेंजर मतदाता नहीं है।

एक वर्ष में 128 वोटरों की घटी संख्या

सूबे में एक वर्ष के दौरान थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 128 कम हो गई है। एक जनवरी 2023 को जहां इनकी संख्या पूरे राज्य में 2418 थी, वह एक वर्ष बाद एक जनवरी 2024 को 2290 हो गई। इस प्रकार 128 वोटर घट गए।