कारा से निकलने के बाद मुख्यधारा से जुड़कर समाज निर्माण में सहयोग करें कैदी - डीएम

शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने केंद्रीय कारा बक्सर का निरीक्षण किया और बंदी दरबार का आयोजन कर कैदियों की समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने कारा की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया तथा बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जुड़ने और सकारात्मक सोच के साथ भविष्य गढ़ने का संदेश दिया।

कारा से निकलने के बाद मुख्यधारा से जुड़कर समाज निर्माण में सहयोग करें कैदी - डीएम

-- जिलाधिकारी ने केंद्रीय कारा का किया निरीक्षण, बंदियों की समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन

--  स्वच्छता, भोजन व अनुशासन व्यवस्था की समीक्षा, बंदियों को दी मुख्यधारा से जुड़ने की प्रेरणा

केटी न्यूज/बक्सर

शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने केंद्रीय कारा बक्सर का निरीक्षण किया और बंदी दरबार का आयोजन कर कैदियों की समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने कारा की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया तथा बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जुड़ने और सकारात्मक सोच के साथ भविष्य गढ़ने का संदेश दिया।

निरीक्षण की शुरुआत में जिलाधिकारी का स्वागत केंद्रीय कारा अधीक्षक द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर एवं बुके प्रदान कर किया गया। इसके बाद बंदियों ने स्वागत गान प्रस्तुत कर जिलाधिकारी एवं उपस्थित अधिकारियों का अभिनंदन किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य, उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती, अनुमंडल पदाधिकारी अविनाश कुमार, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल सहित कई जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।

-- महर्षि विश्वामित्र वाटिका व मुक्ति विक्रय केंद्र का हुआ उद्घाटन

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने महर्षि विश्वामित्र वाटिका और मुक्ति विक्रय केंद्र का उद्घाटन किया। साथ ही ग्रामीण स्वचालन प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षित 25 बंदियों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि कारा में संचालित हो रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का अधिक से अधिक लाभ बंदियों को लेना चाहिए ताकि रिहाई के बाद वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें।

-- बंदियों की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन

बंदी दरबार में कुल 17 आवेदन प्रस्तुत किए गए, जिनकी समीक्षा जिलाधिकारी ने तत्परता से की। कई समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित पदाधिकारियों को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया। बंदियों ने जमीन कब्जा, सर्वे से संबंधित कठिनाई एवं असामाजिक तत्वों द्वारा परिवार को प्रताड़ित किए जाने जैसी शिकायतें रखीं। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने ऐसे सभी मामलों पर शीघ्र न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।

-- व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण

जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने कारा परिसर में साफ-सफाई, भोजन, आवास एवं अनुशासन व्यवस्था का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने कारा निर्माणशाला का भी दौरा किया, जहां वस्त्र निर्माण कार्य कर रहे बंदियों की लगन और कुशलता पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कैदियों को बेहतर माहौल और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

-- सकारात्मक ऊर्जा के साथ समाज में लौटने की प्रेरणा

बंदी दरबार को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने बंदियों से कहा कि वे कारा में रहकर राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं एवं विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का अधिकतम लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि कारा से बाहर निकलने के बाद उन्हें अपने परिवार, गांव और समाज में सकारात्मक ऊर्जा के साथ लौटना चाहिए और मुख्यधारा से जुड़कर समाज निर्माण में सहयोग करना चाहिए।

-- बंदियों में उत्साह का माहौल

बंदी दरबार के आयोजन से कैदियों में काफी उत्साह देखने को मिला। उन्हें यह विश्वास हुआ कि उनकी समस्याएं सीधे जिला प्रशासन तक पहुंच रही हैं और उन पर गंभीरता से विचार हो रहा है। इस पहल ने बंदियों को न केवल आत्मविश्वास दिया बल्कि उन्हें भविष्य के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने के लिए प्रेरित भी किया। इस निरीक्षण और संवाद ने साबित किया कि जिला प्रशासन केवल व्यवस्थाओं की समीक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि कैदियों के सामाजिक और पारिवारिक जीवन को भी संवेदनशीलता के साथ देख रहा है।