महिला संवाद से ग्राम स्तरीय महिला समूहों में जागरूकता, आत्मविश्वास और सामूहिक शक्ति का हो रहा विस्तार

जिले के नावानगर के गिरिधर बरांव स्थित कमल जीविका महिला ग्राम संगठन में महिला संवाद का आयोजन सोमवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका चंदन कुमार सुमन के द्वारा शुभारंभ किया गया। वहीं कार्यक्रम में महिलाओं के साथ संवाद करने के लिए बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार शामिल होने वाले थे।

महिला संवाद से ग्राम स्तरीय महिला समूहों में जागरूकता, आत्मविश्वास और सामूहिक शक्ति का हो रहा विस्तार

केटी न्यूज/बक्सर 

जिले के नावानगर के गिरिधर बरांव स्थित कमल जीविका महिला ग्राम संगठन में महिला संवाद का आयोजन सोमवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका चंदन कुमार सुमन के द्वारा शुभारंभ किया गया। वहीं कार्यक्रम में महिलाओं के साथ संवाद करने के लिए बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार शामिल होने वाले थे।

जिनका अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम स्थगित हो गया। जिससे वे शामिल नहीं हो सकें। वहीं कार्यक्रम में प्रबंधक रोज़गार भोलेनाथ पांडेय, आईबीसीबी प्रबंधक रवि किशोर प्रसाद, प्रखण्ड परियोजना प्रबंधक पप्पू प्रसाद, नावानगर सभी जीविका कर्मी तथा काफी संख्या में जीविका दीदियां मौजूद थी। वहीं बक्सर जिले के सात प्रखंडों चौगाईं, ब्रह्मपुर, सिमरी, चक्की, राजपुर, डुमरांव और नवानगर में जीविका के 16 ग्राम संगठनों द्वारा पंचायत स्तर पर महिला संवाद कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया गया।

कार्यक्रम 18 अप्रैल 2025 से निरंतर चल रहा है। जिसके अंतर्गत प्रतिदिन दो या अधिक संवाद सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित और अब तक वंचित रही महिलाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिल रही है। महिला संवाद का उद्देश्य महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना, उनके अनुभव साझा करना और समुदाय में उनकी भागीदारी व नेतृत्व को बढ़ावा देना है।

इस पहल से ग्राम स्तरीय महिला समूहों में जागरूकता, आत्मविश्वास और सामूहिक शक्ति का विस्तार हो रहा है, जो सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी उपस्थित महानुभावों ने दीदियों से संवाद स्थापित किया तथा उनकी मांगों को सुना। उन्हें यह भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों को सरकार तथा ज़िला प्रसाशन के समक्ष रखा जायेगा। 

महिला संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक 19 हजार 337 आकांक्षाएं दर्ज की जा चुकी हैं। यह आकांक्षाएं मोबाइल एप के माध्यम से संग्रहित की जा रही हैं और संबंधित सरकारी विभागों को स्थानांतरित की जा रही हैं, ताकि इन पर उचित कार्यवाही की जा सके. कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी उत्साहजनक रही। वे न केवल अपनी समस्याएं साझा कर रही हैं,

बल्कि अपने भविष्य की उम्मीदों और ज़रूरतों को भी स्पष्ट रूप से दर्ज करा रही हैं। महिला संवाद कार्यक्रम ग्रामीण टोला और गांव समाज के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह पहल नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम है, जो महिलाओं को संवाद, सुझाव और समाधान के मंच प्रदान कर रही है।