जनसंख्या स्थिरीकरण का संदेश जन- जन तक पहुंचाने के लिए मनाया जा रहा परिवार नियोजन दिवस

जनसंख्या स्थिरीकरण का संदेश जन- जन तक पहुंचाने के लिए मनाया जा रहा परिवार नियोजन दिवस
लाभार्थियों को दवाइयां देती एएनएम

- जिले में हर माह की 21वीं तिथि को मनाया जाता है परिवार नियोजन दिवस
- लाभुकों के बीच वितरित किए जाते हैं नियोजन के अस्थायी साधन

बक्सर | जिले में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक माह की 21वीं तिथि को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जाता है। इस क्रम में शनिवार को जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। जहां गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई। वहीं, परिवार नियोजन अभियान को बढ़ावा देने के लिए जागरूक भी किया गया। इस दौरान परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन की विस्तृत जानकारी तथा इस साधन को अपनाने से होने वाले फायदे की जानकारी भी महिलाओं को दी गई। हालांकि, इस दौरान अस्थायी साधनों के वितरण के साथ साथ योग्य दंपतियों को नियोजन के स्थायी साधनों  मसलन बंध्याकरण और नसबंदी के संबंध में भी प्रेरित किया गया। विशेषकर पुरुषों की  भूमिका बढ़ाने के लिए उन्हें नसबंदी और बंध्याकरण के बीच के फायदों के संबंध में भी जानकारी दी गई।

नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव : 
सिविल सर्जन सह प्रभारी अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया, समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। तभी हम गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते हैं। , बच्चे को उचित परवरिश एवं अच्छी शिक्षा दे सकते हैं। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन दिवस के अवसर पर आयोजित शिविर के दौरान योग्य और सक्षम इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया है। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्र के साथ जिले के चिह्नित हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर भी प्रत्येक माह के पहले बुधवार को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जाएगा।

लाभार्थियों व उप्रेरक को दी जाती है प्रोत्साहन राशि : 
डीसीएम हिंमाशु सिंह ने बताया कि सभी एएनएम एवं आशा को  सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन के सभी सुविधाओं का लाभ उठाने वाले लाभार्थियों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि की भी जानकारी प्रदान की  गयी   है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में पुरुष नसबंदी का लाभ उठाने पर लाभार्थी को 3000 रुपए व उत्प्रेरक को 400 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए व उत्प्रेरक को 300 रुपए, प्रसव उपरांत बंध्याकरण पर लाभार्थी को 3000 रुपए व उत्प्रेरक को 400 रुपए, प्रसव उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को 300 रुपए व उत्प्रेरक को 150 रुपए, गर्भपात उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को 300 रुपए व उत्प्रेरक को 150 रुपए, गर्भनिरोधक  सुई (अंतरा) का लाभ उठाने पर लाभार्थी को 100 रुपए व उत्प्रेरक को 100 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है।