"गारा पंचायत: अधूरे रुर्बन मिशन के चलते बढ़ी समस्याएं" श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन से भी नहीं हो सका गांव स्मार्ट

गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तहत केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय ने लगभग नौ वर्ष पूर्व चार पंचायतों के 30 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना बनाई थी। इसके लिए लगभग 30 करोड़ रुपये की योजना भी स्वीकृत की गई थी।

"गारा पंचायत: अधूरे रुर्बन मिशन के चलते बढ़ी समस्याएं" श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन से भी नहीं हो सका गांव स्मार्ट
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तहत केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय ने लगभग नौ वर्ष पूर्व चार पंचायतों के 30 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना बनाई थी। इसके लिए लगभग 30 करोड़ रुपये की योजना भी स्वीकृत की गई थी। 
नरवर, कुछिला, गारा, और सरेया पंचायतों को मिलाकर कुछिला में रूबर्न कलस्टर बनाया गया है, जिसके लिए लगभग 35 लाख रुपये खर्च हुए हैं। योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों की टीम लगातार बैठकें भी कर रही है। 
चयनित पंचायतों में कौशल विकास प्रशिक्षण, वेयर हाउस और भंडारण की स्थापना सहित तकनीक और रोजगार की पूरी व्यवस्था की योजना थी। इसके अलावा, कंप्यूटर साक्षरता, स्वच्छता, ठोस और तरल कचरा प्रबंधन, मोबाइल हेल्थ यूनिट, स्कूलों का अपग्रेडेशन, इलेक्ट्रॉनिक नागरिक सेवा, और एलपीजी गैस की आपूर्ति सहित अन्य सुविधाओं के क्षेत्रों में कार्य किया जाना है। इसके लिए 30 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की गई थी।
गारा पंचायत - कोचस के मुखिया अनिल राय बताते हैं कि 
गारा पंचायत में रुर्बन मिशन के कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है। केवल वाहन पड़ाव और सार्वजनिक शौचालय का काम हुआ है। स्टेडियम, अस्पताल, स्कूल और अन्य योजनाओं पर काम अब तक शुरू नहीं हुआ है। पता चला कि जिला से ही राशि लौट गई है।