देवी कमला जयंती पर करें महालक्ष्मी के रूप में दस महाविद्याओं की आराधना

आज देवी कमला की जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जा रही है। देवी कमला, जिन्हें महालक्ष्मी के स्वरूप में पूजा जाता है, दस महाविद्याओं में से एक प्रमुख देवी हैं। देवी कमला संपन्नता, सौंदर्य, और समृद्धि की प्रतीक हैं।

देवी कमला जयंती पर करें महालक्ष्मी के रूप में दस महाविद्याओं की आराधना
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केटी न्यूज़/दिल्ली

आज देवी कमला की जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जा रही है। देवी कमला, जिन्हें महालक्ष्मी के स्वरूप में पूजा जाता है, दस महाविद्याओं में से एक प्रमुख देवी हैं। देवी कमला संपन्नता, सौंदर्य, और समृद्धि की प्रतीक हैं। उन्हें सभी वैभवों की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है।

पुराणों के अनुसार, देवी कमला के पूजन से धन, ऐश्वर्य, और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। वे विष्णु पत्नी लक्ष्मी का तांत्रिक स्वरूप हैं, जो संसार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं। कमल पर विराजमान देवी कमला के आशीर्वाद से साधक के जीवन में हर प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।कमला जयंती के दिन भक्त विशेष रूप से देवी की पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजन, दीपदान और मंत्र जाप का विशेष महत्व होता है। "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कमलावासिन्यै स्वाहा" मंत्र का जाप कर देवी कमला को प्रसन्न किया जाता है।

इस दिन भक्त पवित्र नदियों या घर में स्नान कर व्रत और पूजा का संकल्प लेते हैं। देवी को कमल का फूल और शुद्ध घी का दीप अर्पित किया जाता है। खीर, फल, और मिठाई का भोग लगाकर जरूरतमंदों को दान दिया जाता है।

देवी कमला की जयंती न केवल भौतिक सुख-समृद्धि की कामना का पर्व है, बल्कि यह व्यक्ति को आत्मिक शांति और संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा भी देती है।देशभर में इस दिन मंदिरों और घरों में पूजा-पाठ और हवन का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति से यह पर्व विशेष महत्व रखता है। देवी कमला की कृपा सभी के जीवन को सुखमय और समृद्ध बनाए।