आंधी में उड़ा प्रगतिशील किसान का शेडनेट, 30 लाख का नुकसान
- राजपुर में आंधी पानी ने मचाई भारी तबाही, सब्जी व आम के फसल को पहुंचा नुकसान
केटी न्यूज/राजपुर
मंगलवार की सुबह चक्रवातीय आंधी के साथ हुई वर्षा से प्रखंड क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। तेज आंधी में कोनौली के प्रगतिशील किसान अंकित कुमार सिंह के कृषि फार्म हाउस पर लगा शेडनेट एवं पाली हाउस ध्वस्त होकर नीचे गिर गया। किसान की मानें तो इसे बनाने में करीब 60 लख रुपए खर्च हुआ था, पाली हाउस व शेडनेट के ध्वस्त होने से लगभग 30 लाख रुपए से अधिक की क्षति हुई है।
उन्होंने बताया कि इसके अंदर खीरा, गोभी एवं अन्य प्रकार के फसलों को लगाया गया है। आंधी में फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिसकी सूचना उद्यान विभाग के वरीय पदाधिकारी को दी गई है। आंधी थमने के बाद से प्रगतिशील किसान अपने मजदूरों के साथ मिल फसल को बचाने की कवायद में जुट गए है। दूसरी तरफ मॉनसून पूर्व हुई पहली बारिश से किसानों को राहत मिली है।
तापमान में आई गिरावट से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। तेज आंधी से सब्जी के फसलों पर लगे अधिकतर फूल गिर गये हैं। जिससे फसलों की पैदावार कम होने की उम्मीद हो गयी हैं। आम के पेड़ों पर लगा अधिकतर आम का फल भी गिर गया हैं। संगरांव के किसान रिंकू सिंह, विनय पांडेय, मंगरांव के किसान विमल राय, देवढ़ियां के किसान दयानंद सिंह ने बताया कि इस बार पहले तेज धूप व लू से सब्जी एवं अन्य फसलों को काफी नुकसान पहुंच चुका है।
आंधी में उड़े शेड, गायब हुई बिजली
तेज आंधी के कारण प्रखंड क्षेत्र में कई झोपड़ीनुमा घर तथा उनके छत पर लगी फूस की झोपड़ी या शेड ध्वस्त हो गए है। क्षेत्र के ईंटवा, नागपुर, गैधरा, मंगरांव, राजपुर सहित अन्य दर्जनों जगहों पर झोपड़ी एवं एस्बेस्टस का छत उजड़ गया है। शेट के टूटकर गिरने से कई जगहों पर बकरी व गाय को हल्की चोटें भी आयी है। वही, पेडो के टूटने से घंटो परिचालन बाधित हुआ है। जगह-जगह धारा प्रवाहित तार टूटने से क्षेत्र के खीरी, हंकारपुर,
देवढ़ियां सहित अन्य गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। बिजली नहीं रहने से इन गांवा के लोगों के समक्ष पेयजल की समस्या गंभीर हो गई थी। बता दें कि भीषण गर्मी व लू के चलते पहले ही भू जलस्तर नीचे खिसका है। जिस कारण लोगों के घरों में लगा चापाकल बंद हो गया है। नल जल के सहारे घरों तक पानी की सप्लाई हो रही है। ऐसे में बिजली नहीं रहने से सुबह से ही पानी की सप्लाई नहीं हुई। जिस कारण लोग काफी परेशान रहे।