काम का ईनाम, परिवार नियोजन में बेहतर करने वाले डुमरी मुखिया प्रेम सागर कुमार को स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्मानित
बढ़ती आबादी के बोझ को कम करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर परिवार नियोजन अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में महिला बंध्याकरण व पुरूष नशबंदी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
- पुरूष नशबंदी व महिला बंध्याकरण में जिले में अव्वल रहा है सिमरी प्रखंड
केटी न्यूज/सिमरी
बढ़ती आबादी के बोझ को कम करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर परिवार नियोजन अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में महिला बंध्याकरण व पुरूष नशबंदी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों को भी इसका सहभागी बनाया जा रहा है। कई पंचायत प्रतिनिधि न सिर्फ अपने पंचायत में बल्कि पूरे प्रखंड में जागरूकता अभियान में बेहतर काम कर रहे है। इसी कड़ी में सिमरी प्रखंड के डुमरी पंचायत के मुखिया प्रेम सागर कुंवर का नाम भी शामिल है। उन्होंने न सिर्फ अपने पंचायत बल्कि पूरे प्रखंड में परिवार नियोजन के क्षेत्र में बेहतर भूमिका निभाते हुए फं्रट लाईन वर्करों, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, बीसीएम समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को हमेशा सक्रिय सहयोग किया है। इस कारण उन्हें राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया है। सोमवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने परिवार नियोजन संबंधी कार्यों में उनकी सकारात्मक भूमिका एवं सहयोग के लिए सम्मानित किया है। परिवार नियोजन के क्षेत्र में डुमरी मुखिया को मिला सम्मान बक्सर जिला के लिए प्रेरणादायक उपलब्धि है। इससे सभी जनप्रतिनिधि जन सरोकार के इस प्रकार के कार्यों में स्वास्थ्य कर्मियों का हमेशा आगे बढ़कर सहयोग करेंगे। डुमरी मुखिया ने बताया कि वे न सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों को सहयोग करते है बल्कि हर महीने आशा व एएनएम की बैठक कर उन्हें लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित भी करते है। उनके प्रयासों का नतीजा है कि पिछले वर्ष जिले में पुरूष नशबंदी व महिला बंध्याकरण में सिमरी प्रखंड का स्थान अव्वल रहा है। जिसका श्रेय डुमरी मुखिया प्रेम सागर को जाता है। जानकारी के अनुसार इस वर्ष सिमरी प्रखंड के 77 पुरूषों का नशबंदी हुआ है तथा 476 महिलाओं का बंध्याकरण आपरेशन भी कराया गया है, जो जिले के अन्य प्रखंडों से बेहतर आंकड़़ा है। मुखिया ने बताया कि हमारे देश की आबादी चीन से भी अधिक हो गई है। यह सोंचनीय विषय है। यदि हम अभी से नहीं जागरूक हुए तथा परिवार नियोजन को नहीं अपनाएंगे तो आने वाले समय में बढ़ती आबादी के कारण कई संकटों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने जिलेवासियों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने तथा छोटा परिवार सुखी परिवार की परिकल्पना को साकार करने की अपील की। वही, उन्हें राज्य स्तर पर सम्मान मिलने के बाद प्रखंड सहित जिलेभर के पंचायत प्रतिनिधियों ने उन्हें बधाई दी है।