बच्चों को आधुनिक व तकनीकी युक्त शिक्षा देना है लक्ष्य - दीपक सिंह

छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई मां का प्यार, बेटा के संस्कार नाटक को देखकर उपस्थित लोग भावुक हो गए। मौका था स्थानीय प्रखंड के रुपसागर स्थित ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल का 14वां वार्षिकोत्सव का। जहां विद्यालय के छात्रों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इनमें देशभक्ति गीत पर छात्रों ने नृत्य कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बच्चों को आधुनिक व तकनीकी युक्त शिक्षा देना है लक्ष्य - दीपक सिंह

- ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल रुपसागर के 14 वां वार्षिकोत्सव पर छात्रों नेे खूब विखेरा जलवा 

- धूम धाम से संपन्न हुआ विद्यालय का वार्षिकोत्सव, बच्चों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम

केटी न्यूज/नावानगर

छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई मां का प्यार, बेटा के संस्कार नाटक को देखकर उपस्थित लोग भावुक हो गए। मौका था स्थानीय प्रखंड के रुपसागर स्थित ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल का 14वां वार्षिकोत्सव का। जहां विद्यालय के छात्रों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इनमें देशभक्ति गीत पर छात्रों ने नृत्य कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

रंगारंग कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना पर कथक नृत्य से किया गया। इसके बाद विद्यालय के पिटारा में मां सरस्वती वंदना पर नृत्य की प्रस्तुति, जिस देश में गंगा रहती है, ले गया ले गया, अरे सुबह दिन आयो, पुष्पराज, राधा नाचे समेत दर्जनों रिर्काडिंग गीत पर छात्र-छात्राओं ने अपनी नृत्य से खुब बहा बही लूटी।

वही मां का प्यार, बेटा के संस्कार के अलावा पिता के त्याग, मदर पेन ओल्ड ऐज नाटक के माध्यम छात्रों ने आज के परिवेश का चरित्र चित्रण किया। साथ ही छात्रों ने प्रार्थना किया कि अपनी सांस्कृति व सभ्यता को ध्यान में रख माता पिता की सेवा करनी चाहिए, न कि बुढ़ापे में उनका त्याग करना चाहिए। इस वार्षिकोत्सव में शैक्षिक, राजनैतिक व सामाजिक क्षेत्रों से जुड़ी अनेक जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत किया। रंगारंग कार्यक्रम का उद्घाटन नावानगर थानाध्यक्ष नंदू कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। 

इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि रूपसागर मुखिया ब्रज कुमार सिंह, भटौली मुखिया भोला सिंह, नावानगर मुखिया प्रतिनिधि इजाजुल हक, जिप सदस्य कुसुम देवी, राजीव यादव उर्फ राजू यादव समेत सभी विशिष्ट अतिथियों को विद्यालय के निदेशक दीपक कुमार द्वारा अंग वस्त्र एवं माला देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में थानाध्यक्ष ने कहा कि जीवन में चलते रहना सबसे जरूरी है।

चलते हुए विकास करना ही परिवर्तन है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के डायरेक्टर व संचालन विद्यालय के छात्रों ने की। मौके पर विद्यालय के सभी शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कर्मी के अलावा सैंकड़ों अभिभावक मौजूद थे।

बच्चों को आधुनिक व तकनीकी युक्त शिक्षा देना है लक्ष्य

अपने संबोधन में विद्यालय निदेशक दीपक सिंह ने कहा कि उनका उदेश्य छात्रों को आज के दौर की आधुनिक व तकनीकी शिक्षा देकर उन्हें विकसित शहरों व महानगरों के छात्रों के समकक्ष खड़ा करना है। इस उदेश्य के लिए वे स्थापना काल से ही प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि विद्यालय का पिछले 13 वर्षों का सफर काफी अच्छा रहा है तथा इस दौरान कई छात्रों ने अपने जीवन में उंचाई को छू विद्यालय के मान को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास आगे भी जारी रहेगा।