31 को मनेगा डुमरांव नगर देवी मां काली का वार्षिकोत्सव पूजन, तेज हुई तैयारी

नगर देवी मां काली का भव्य आश्रम में वार्षिकोत्सव की तैयारी जोरों पर हैं। सावन शुक्ल सप्तमी तिथि 31 जुलाई गुरुवार को मां का वार्षिकोत्सव पूजन धूमधाम से मनाया जायेगा। इसके पूर्व से 25 जुलाई शुक्रवार से नगरवासी आस्था के महामंदिर में जल अर्पण की शुरुआत करेंगे। श्रद्धालुओं की भीड़ और आराधना को लेकर समिति के सदस्य पूरे दिन मंदिर परिसर में डटे रहते है।

31 को मनेगा डुमरांव नगर देवी मां काली का वार्षिकोत्सव पूजन, तेज हुई तैयारी

केटी न्यूज/डुमरांव 

नगर देवी मां काली का भव्य आश्रम में वार्षिकोत्सव की तैयारी जोरों पर हैं। सावन शुक्ल सप्तमी तिथि 31 जुलाई गुरुवार को मां का वार्षिकोत्सव पूजन धूमधाम से मनाया जायेगा। इसके पूर्व से 25 जुलाई शुक्रवार से नगरवासी आस्था के महामंदिर में जल अर्पण की शुरुआत करेंगे। श्रद्धालुओं की भीड़ और आराधना को लेकर समिति के सदस्य पूरे दिन मंदिर परिसर में डटे रहते है।

मां काली आश्रम पूजा समिति के सदस्य एक माह पूर्व से ही इसकी भव्यता को लेकर जुट जाते है। काली आश्रम पूजा समिति के अध्यक्ष भगवानजी वर्मा ने बताया कि करीब दो सौ वर्ष पुराने इस मंदिर की महिमा गाथा डुमरांव अनुमंडल के सैकड़ो गांवों में इस कदर है कि नगर पंचित मां काली की वार्षिकोत्सव पूजन में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।

उन्होंने बताया कि परंपरा पर गौर करे तो सप्तमी के दिन प्रत्येक हिंदू परिवार के घर से एक हाथ की बनी रोटी मां के चरणों में अर्पित की जाती है। एकहथी रोटी का तात्पर्य एक हाथ से आटा गुंथकर महिलाएं रोटी की आकृति प्रदान करती है और उस रोटी के बीच सिंदूर व लवंग, फूल-माला के साथ मां काली के मंदिर में भेजती है। मां काली की पूजा-अर्चना समाप्त होने के बाद ही आस्थावान सप्तमी के दिन निर्मित पुआ-पकवान का सेवन करते हैं। समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई फैसला लिया है।

भक्तों की भीड़ को लेकर दो सौ मीटर लंबी बैरिकेडिंग महिला व पुरुषों के लिए बनायी जायेगी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दस-दस युवकों की दो दर्जन से अधिक टीमें बनायी गयी है। साथ ही एक दर्जन से अधिक शू स्टॉल के अलावे शुद्ध पेयजल, दवा, प्रसाद, फल-फूल आदि की मुफ्त में व्यवस्था की जायेगी। वार्षिकोत्सव मेला में प्रशासनिक अधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति की जाती हैं। जिसमें मजिस्ट्रेट के अलावे महिला व पुरुष के जवान शामिल रहते है।