डुमरांव पंच मंदिर जाने वाला रास्ता बदहाल, सुरक्षा को लेकर रेल अधिकारियों से समिति ने लगाई गुहार
डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप स्थित ऐतिहासिक और प्रसिद्ध पंच मंदिर तक आने-जाने वाले रास्ते की जर्जर स्थिति ने श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है। मंदिर परिसर में श्री हनुमान जी, मां दुर्गा, भगवान भोलेनाथ परिवार, भगवान श्रीराम-लक्ष्मण-जानकी तथा राधे-कृष्ण दरबार प्रतिष्ठित हैं, जहां नवरात्रि पर्व पर प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन-पूजन और संध्या महाआरती में शामिल होते हैं।

केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप स्थित ऐतिहासिक और प्रसिद्ध पंच मंदिर तक आने-जाने वाले रास्ते की जर्जर स्थिति ने श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है। मंदिर परिसर में श्री हनुमान जी, मां दुर्गा, भगवान भोलेनाथ परिवार, भगवान श्रीराम-लक्ष्मण-जानकी तथा राधे-कृष्ण दरबार प्रतिष्ठित हैं, जहां नवरात्रि पर्व पर प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन-पूजन और संध्या महाआरती में शामिल होते हैं।
मंदिर प्रबंध समिति के चेयरमैन नागेंद्रनाथ दुबे ने दानापुर रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराया है। उन्होंने बताया कि रेलवे द्वारा विकास कार्य के लिए मंदिर के बगल में करीब 250 फीट लंबा, 200 फीट चौड़ा और लगभग 20 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया है। इस कारण मंदिर से स्टेशन की ओर जाने वाला वैकल्पिक मार्ग अत्यंत दयनीय स्थिति में है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिनमें बारिश का पानी भरा हुआ है।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि रास्ते में कहीं भी रोशनी की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि नवरात्र की संध्या महाआरती प्रतिदिन शाम 7 बजे आयोजित होती है, जिसमें पांच किलोमीटर क्षेत्र से हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। समिति ने आशंका जताई है कि अंधेरे और बदहाल रास्ते में एक साथ हजारों लोगों का गुजरना बड़ा हादसा आमंत्रित कर सकता है।
समिति ने रेल प्रबंधन से आग्रह किया है कि नवरात्र के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए इस अस्थायी मार्ग को पैदल चलने योग्य बनवाया जाए तथा रास्ते में पर्याप्त लाइट की व्यवस्था तत्काल की जाए। नागेंद्रनाथ दुबे ने कहा कि 22 सितंबर की शाम से प्रथम महाआरती आरंभ होगी और दशहरा तक यह क्रम चलेगा। ऐसे में समय रहते व्यवस्था सुनिश्चित करना आवश्यक है।
उन्होंने विश्वास जताया कि रेलवे प्रशासन भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हुए शीघ्र ही आवश्यक कदम उठाएगा। समिति ने पत्र के अंत में रेलकर्मियों और अधिकारियों के उत्तरोत्तर प्रगति की मंगलकामनाएं भी की हैं।