1008 कलशों से किया गया श्री आदिनाथ भगवान शिव का महाअभिषेक, निकली शोभायात्रा
- नाथ बाबा मंदिर में चल रहा है रूद्र महायज्ञ, वैदिक मंत्रोच्चार व मांगलिक गीतों से गूंजता रहा मंदिर परिसर
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर के प्राचीन नाथ बाबा मंदिर परिसर में चल रहे श्री रूद्र महायज्ञ व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ के तहत रविवार को 1008 कलशों में पवित्र गंगाजल से आदिनाथ भगवान शिव का महाभिषेक किया गया। वही शाम में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जो आकर्षण का केन्द्र बना। शोभा यात्रा में हाथी, घोड़ा, उंट के साथ ही डीजे भी शामिल था। हजारों की संख्या में श्रद्धालु महिला व पुरूषों ने शोभायात्रा में भाग लिया।
इसके पहले पूरे दिन श्री नाथ बाबा के परम शिष्य महामंडलेश्वर योगी शीलनाथजी महाराज के नेतृत्व में साधु संतो व वैदिक विद्वानों द्वारा कई तरह के धार्मिक आयोजन व आहूतियां दी गई। वैदिक मंत्रोच्चार से इलाके का माहौल भक्तिमय बन गया था। जबकि मंत्रोच्चार व महादेव शिव के जयघोष के साथ पूरे वैदिक विधान से 1008 कलशो से महादेव का मस्तिकाभिषेक किया गया।
पूरे दिन महायज्ञ मंडप की परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं एवं भक्तों की भीड़ लगी रही। सुबह में वैदिक विधान से पूजा व आहूतियों के बाद दोपहर में आदिनाथ अखाड़ा स्थित नवनाथ चौरासी सिद्ध मंडप में भगवान शिव की आकर्षक मूर्ति का महाभिषेक दूध, दही, घी, मधु ,शक्कर ,पंचामृत , गन्ने का रस, बेलपत्र, पुष्प, फल, धूप, दीप के साथ किया गया। महाअभिषेक के लिए आश्रम के सैकड़ो शिष्यों व श्रद्धालुओं ने 1008 कलशों में गंगाजल भरकर मंदिर परिसर लाए थे।
कलश से हुआ मस्तकाभिषेक श्रद्धालुओं के लिए कौतूहल का विषय बना रहा। वही इस दौरान श्रद्धालु भक्तों द्वारा लगाए जा रहे जयघोष से पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान हो गया था। जबकि शाम में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। बता दें कि श्री आदिनाथ अखाड़ा चरित्रवन बक्सर के तत्वावधान में नाथ बाबा मंदिर परिसर में श्रीनाथ बाबा तथा अन्य देवी देवताओं के मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्री रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया है।
शोभा यात्रा में एक रथ पर गुरु भगवान श्रीनाथ बाबा के परम शिष्य महामंडलेश्वर योगी शीलनाथजी महाराज विराजमान थे, वहीं अन्य रथों पर दूसरे नाथ जी महाराज विराजमान हुए थे। शोभायात्रा के दौरान मौसम अचानक बदल गया तथा हल्की बूंदाबांदी भी हुई। जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ गया था।