देव दीपावली पर जगमग हुए रामरेखा घाट व अहिरौली गंगा घाट, दिन में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
कार्तिक पूर्णिमा व देव दीपावली के मौके पर आध्यात्मिक नगरी बक्सर में पूरे दिन श्रद्धालु गंगा घाटों पर उमड़े रहे। एक तरफ जहां सुबह में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा तो दूसरी तरफ शाम में देव दीपावली मनाई गई। इस दौरान बक्सर का प्रसिद्ध रामरेखा घाट तथा अहिरौली गांव स्थित गंगा घाट दीपों की लड़ियों से जगमग कर उठा।
केटी न्यूूज/बक्सर
कार्तिक पूर्णिमा व देव दीपावली के मौके पर आध्यात्मिक नगरी बक्सर में पूरे दिन श्रद्धालु गंगा घाटों पर उमड़े रहे। एक तरफ जहां सुबह में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा तो दूसरी तरफ शाम में देव दीपावली मनाई गई। इस दौरान बक्सर का प्रसिद्ध रामरेखा घाट तथा अहिरौली गांव स्थित गंगा घाट दीपों की लड़ियों से जगमग कर उठा।रामरेखा घाट व अहिरौली घाट के अलावे शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर भी भव्य रूप से देव दीपावली मनाई गई।
दीपोत्सव के बीच मां गंगा की भव्य आरती की गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। देव दीपावली पर दीप जलने, भव्य आरती व वैदिक मंत्रोच्चार से माहौल भक्तिमय बन गया था। रामरेखा घाट, नाथ घाट, सती घाट समेत अन्य घाटों पर दीपोंको जलाने के क्रम में हजारों लोग लगे थे, जिनमें महिलाओं और बच्चियों की संख्या भी कम नहीं थी। उधर गंगा आरती सेवा ट्रस्ट के द्वारा भी मां गंगा की भव्य आरती का आयोजन किया गया। यह आरती ट्रस्ट के पुजारी अमरनाथ पांडेय तथा धनजी पांडेय के नेतृत्व में आयोजित की गई। आचार्य लाला बाबा ने बताया कि मान्यताओं के अनुसार रावण वध के बाद देवताओं कार्तिक पूर्णिमा को दीप जलाकर प्रभु श्रीराम के प्रति कृतज्ञता जताई थी। इसके बाद से ही कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है।
इस अवसर पर मंदिरों और देव स्थलों पर भी दीप जलाए गए। मौके पर ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि चारमाह के शयन के बाद भगवान विष्णु के जगने पर देवताओं द्वारा दीप जलाकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए दीवाली मनाई जाती है। इसलिए इस परंपरा को जीवंत रखने के उद्देश्य से ही मां गंगा के तट पर दिवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है। गंगा आरती के इस भव्य नजारा को देखने के लिए अनेक लोग नौका पर सवार हो दीपों की रोशनी से जगमग करते घाटों के अलौकिक दृश्य का अवलोकन कर रहे थे।
देव दीपावली के मौके पर रामरेखा घाट पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी मनोज राय, सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पांडेय, रेडक्रास सचिव श्रवण तिवारी, श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ शशांक शेखर, सौरव तिवारी, पप्पूराय, ओम जी यादव समेत ट्रस्ट के अनेक लोग मौजूद थे।