ओझा बरांव तक जाने वाली सड़क के घटिया निर्माण पर भड़के ग्रामीण, जताया आक्रोश
मसर्हिया पुल से ओझा बरांव गांव तक जाने वाली सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग से यह सड़क बनने के साथ ही उखड़ने लगी है। जिस कारण ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। शनिवार को ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर एकजुट हो आक्रोश जताया तथा कहा कि इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की जाएगी। जबकि पूर्व मुखिया विनोद ओझा ने इस मामले को लोक शिकायत में ले जाने की बात कही है।
- बिना प्राक्कलन बोर्ड लगाए किया जा रहा है कार्य, पूर्व मुखिया ने कहा लोक शिकायत का खटखटाएंगे दरवाजा
केटी न्यूज/चौगाईं
मसर्हिया पुल से ओझा बरांव गांव तक जाने वाली सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग से यह सड़क बनने के साथ ही उखड़ने लगी है। जिस कारण ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। शनिवार को ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर एकजुट हो आक्रोश जताया तथा कहा कि इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की जाएगी। जबकि पूर्व मुखिया विनोद ओझा ने इस मामले को लोक शिकायत में ले जाने की बात कही है।
बता दें कि मसर्हियां पुल से ओझा बरांव तक जाने वाली लगभग दो किलोमीटर लंबी नहर मार्ग का निर्माण कार्य बहुत इंतजार के बाद शुरू हुआ है। सड़क निर्माण शुरू होने से ग्रामीणों में काफी खुशी की लहर दौड़ गई थी। उन्हें लगा था कि अब उन्हें जर्जर सड़क से मुक्ति मिल जाएगी।लेकिन निर्माण कार्य में लगे संवेदक द्वारा मानको को ताक पर रख निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि आगे से यह सड़क बन रही है तो पीछे से उखड़ते जा रही है। वही, संवेदक द्वारा इस पर योजना का प्राक्कलन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि इस सड़क का निर्माण किस योजना से कराया जा रहा है तथा इसकी प्राक्कलित राशि कितनी है। ग्रामीणों का कहना है कि दोयम दर्ज का काम कर योजना की राशि लूटने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा।
कहते है ग्रामीण
इस संबंध में जब ग्रामीणों से जानकारी ली गई तो उनमें गहरी नाराजगी दिखी। स्थानीय गांव निवासी व पूर्व मुखिया विनोद कुमार ओझा ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्रियों के प्रयोग के खिलाफ संबंधित विभाग के द्वारा अगर कार्रवाई नहीं हुई तो जनहित याचिका दायर कर दोषियों के खिलाफ ग्रामीण आगे की कार्रवाई में जुटेंगे। प्रेम प्रकाश दूबे की माने तो प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली यह रास्ता सबसे नजदीक और बेहतर है। बहुत दिनों से जर्जर इस सड़क के निर्माण के लिए ग्रामीण को इंतजार था, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री को लेकर सड़क की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गुड्डू ओझा का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य के साथ ही भरभराकर गिट्टी उखड़ने लगी हैं, तो आगे की स्थिति क्या होगी यह सोचनीय बात है। इस गंभीर मामले में जांच होनी चाहिए।
मिथिलेश तिवारी की माने तो ग्रामीणों के बहुत इंतजार के बाद इस सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन मानकों की अनदेखी से यह सड़क बहुत दिनों तक टिकाऊ नहीं रह सकता है। ग्रामीण मिथिलेश तिवारी ने बताया कि इस सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता और और घटिया सामग्रियों के प्रयोग की जांच होनी चाहिए, ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सकें। वही, श्रीकांत ओझा का कहना है कि ग्रामीणों के बहुत इंतजार के बाद निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन निर्माण में मानकों की अनदेखी के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश है और इसकी जांच होनी चाहिए।