सर्जनात्मक इतिहास का 11 वां सम्मेलन संपन्न, वक्ताओं ने कहा ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद है भारतीय इतिहास के असंख्य स्त्रोत

सर्जनात्मक इतिहास का 11 वां सम्मेलन संपन्न, वक्ताओं ने कहा ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद है भारतीय इतिहास के असंख्य स्त्रोत

केटी न्यूज/बक्सर 

रविवार को जिले के इटाढ़ी प्रखंड के उनवांस गांव स्थित एस. पी. एस. पब्लिक स्कूल परिसर में सर्जनात्मक इतिहास का 11 वां वार्षिक सम्मेलन 2023 संपन्न हुआ। मेरा गाँव मेरा इतिहास विषय पर आयोजित इस सम्मेलन का उदघाटन प्रो. देवेंद्र चौबे, प्रो रश्मि चौधरी और डॉ. शशांक शेखर ने सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया। 

अतिथियों का स्वागत प्रभाष कुमार चौबे व वैरागी जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. देवेन्द्र चौबे ने डा. शशांक शेखर व वैरागीजी को इतिहास समाचार का फ्रेम भेंट किया। सम्मेलन में ग्रामीण इतिहास लेखन की प्रक्रिया में मेरा गांव, मेरा इतिहास की परिकल्पना की चर्चा करते हुए चर्चित लेखक तथा ग्रामीण इतिहास लेखन से जुड़े देवेंद्र चौबे ने कहा कि बिना ग्रामीण इतिहास के समकालीन भारत के पूरे इतिहास को समझना कठिन है। यह इतिहास लेखन की प्रक्रिया को लोक मन से जोड़ता है जो इतिहास को अभिलेखागारों से बाहर निकालता है। कार्यक्रम में 11वां रामायण चौबे स्मृति लोक व्याख्यान देते हुए प्रसिद्ध लेखक धन्नुलाल प्रेमातुर ने कहा कि बक्सर क्षेत्र का इतिहास लोक समाज की स्मृतियों का इतिहास है। हर गांव में मौजूद इसके स्रोत एक नए इतिहास की ओर संकेत करता है।

व्याख्यान प्रसंग की चर्चा करते हुए इतिहासकार रश्मि चौधरी ने कहा कि इतिहास लोक में मौजूद छोटे-छोटे संकेतों से निर्मित होता है। इस गांव में आकर हमें उस लोक के महत्व का अहसास हो रहा है। पत्रकार शशांक शेखर ने ग्रामीण इतिहास लेखन में गांवों में बिखरे ऐतिहासिक स्रोतों को समेटने की बात की। कवि इतिहासकार लक्ष्मीकांत मुकुल ने धनसोई और दिनारा क्षेत्र के इतिहास का उल्लेख करते हुए शाहाबाद के इतिहास लेखन में उसके महत्व को स्थापित किया। वैरागी प्रभाष कुमार चौबे ने क्रिएटिव हिस्ट्री की दृष्टि की तारीफ की कि वह इतिहास की एक नई धारा का निर्माण कर रही है। डॉ. शशिभूषण मिश्र ने कुमार नयन के गीतों का सस्वर पाठ किया। राजा रमण पांडेय ने पूंजीवादी चेतना को समाप्त करने में जन की भूमिका को रेखांकित करते हुए कुमार नयन को याद किया।

हृदय नारायण वर्मा ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चिंतक अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने कहा कि कुमार नयन बक्सर क्षेत्र के जीवंत इतिहास थे। उनकी स्मृतियां ग्रामीण इतिहास को एक नया फलक देती है। कार्यक्रम के प्रारंभ में क्रिएटिव हिस्ट्री द्वारा प्रकाशित इतिहास समाचार के अक्टूबर 2023 अंक और लक्ष्मीकांत मुकुल की पुस्तक यात्रियों के नजरिए में शाहाबाद के लोकार्पण के साथ ही एस पी एस पब्लिक स्कूल के ग्रामीण विद्यार्थी उज्जवल कुमार और लकी कुमारी को एन के चौधरी स्मृति और मोनाको देवी स्मृति वार्षिक छात्रवृति भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए युवा अध्येता डॉ छाया चौबे  ने कहा कि ग्रामीण इतिहास, भारतीय इतिहास की एक नई सोच है।