यूपीएससी क्वालीफाई करने के दो महीने बाद घर आया आंगनबाड़ी सेविका का पुत्र, गर्मजोशी से हुआ स्वागत
- प्रखंड के अमथुआ की आंगनबाड़ी सेविका विमला देवी के पुत्र ने पास किया है यूपीएससी की परीक्षा
केटी न्यूज/डुमरांव
प्रखंड के अमथुआं गांव की आगनबाड़ी सेविका विमला देवी के पुत्र अविनाश कुमार सिंह ने दो महीना पहले ही देश की सर्वोच्च प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी क्वालीफाई किया था। इस परीक्षा के पास होने के दो महीना बाद वह अपने पैतृक गांव लौटा। गांव आने पर परिजनों, रिश्तेदारों तथा ग्रामीणों ने गर्मजोशी के साथ उसका स्वागत किया। स्वागत के दौरान अविनाश के माता बिमला देवी, पिता महेश प्रसाद सिंह के साथ ही रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों ने जोरदार तरीके से स्वागत किया। उनके घर में
जश्न का माहौल कायम रहा। इस खुशीहाली के बीच सगे संबधियों से अविनाश का घर भरा रहा। संघ लोक सेवा आयोग के सिवील सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा पास करने वाले अमथुआ के लाल को बधाई देने वाले लोगों की पूरे दिन तांता लगा रहा। बधाई देने वालो में चर्चित समाजसेवी श्याम लाल सिंह कुशवाहा, डुमरांव विधायक डा. अजीत कुमार सिंह, ब्रह्मपुर नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि राकेश कुमार, पूर्व मुखिया संतोष कुमार, पूर्व बीडीसी नंदलाल सिंह कुशवाहा, रोटरी क्लब के राजकुमार सिंह कुशवाहा, मुखिया मुखलाल सिंह कुशवाहा आदि शामिल थे।
तीसरी बार में संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा में बाजी मारने वाले युवक की सफलता के पीछे उनकी पत्नी नेहा सिंह की भूमिका अहम बताया जा रहा है। पति के सपने को पूरा करने के लिए पत्नी ने कंप्यूटर इंजिनीयर की नौकरी छोड़ दी थी। संघ लोक सेवा आयोग के सिवील सर्विस की परीक्षा पास करने वाले अविनाश कुमार सिंह कहते है
कि उनके इस सफलता के पीछे मां बिमला देवी, पिता अविनाश सिंह कुशवहा, मामा दीपक सिंह एवं मामी के अलावा उनकी पत्नी नेहा सिंह की खास भूमिका रही। दूसरी ओर दादा जग्गू सिंह एवं दादी लालमुनि सिंह एवं नाना नानी का आशीष बराबर बना रहा। तीसरी बार में यूपीएससी की सिविल सर्विस में बाजी मारने के बाद उन्हें केंद्रशासित प्रदेश बतौर कैडर मिला है। उन्होनें बताया कि आरंभिक पढ़ाई अमथुआ प्राथमिक विद्यालय से करने के बाद प्रयागराज ननिहाल चले गए।
वहां से आई कॉम किया जबकि बीकॉम की पढ़ाई बक्सर स्थित पीसी कालेज से पूरा किया। एमबीए की डिप्लोमा दिल्ली विवि से ग्रहण किया। पढ़ाई समाप्त होते ही उन्हें बैंक की नौकरी मिल गयी। उन्होनें संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस हासिल करने का सपना बचपन से ही पाल रखा था। उन्होनें बताया कि वर्ष 2019 में हुई शादी उनके सपने को पूरा करने में बाधक नहीं बना।