कृषक अपने जिले में कृषि व कृषि से संबद्ध क्षेत्र में प्रदर्शनी प्लॉट तैयार करें - डीएम
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा), बक्सर के तत्वावधान में शुक्रवार को दो दिवसीय किसान मेला का शुभारंभ किया गया। किसान मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल एवं उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने संयुक्त रूप से किया। जबकि मंच संचालन अमान अहमद ने किया।
- दो दिवसीय किसान मेला की हुई शुरूआत, डीएम व डीडीसी ने किया मेला का उद्घाटन
- भावी पीढ़ी के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए डीएम ने जैविक खेती अपनाने की दी नसीहत
केटी न्यूज/बक्सर
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा), बक्सर के तत्वावधान में शुक्रवार को दो दिवसीय किसान मेला का शुभारंभ किया गया। किसान मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल एवं उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने संयुक्त रूप से किया। जबकि मंच संचालन अमान अहमद ने किया।
इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आत्मा द्वारा किसानों को बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के अंदर एवं बाहर उत्कृष्ट संस्थानों में भेजा जाता है। प्रशिक्षित कृषक अपने जिले में कृषि व कृषि से संबद्ध क्षेत्र में प्रदर्शनी प्लॉट तैयार करें, ताकि हमारे जिले में भी प्रदेश के बाहर के कृषक परिभ्रमण करें। उन्होंने जैविक खेती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भावी पीढ़ियों के सुरक्षित स्वास्थ के लिए जैविक खेती अवश्य करें। पराली प्रबंधन पर उन्होंने कहा कि कोई भी कृषक पराली नहीं जलाए अन्यथा पराली जलाने में दोषी पाये जाने पर संबंधित कृषक को सरकारी अनुदान से वंचित कर दिया जाएगा।
पराली फसल अवशेष नहीं, बल्कि विशेष है - डीडीसी
जबकि उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने कहा कि आत्मा द्वारा आयोजित फल-फूल व सब्जी प्रदर्शनी नवाचार प्रयोग है। इस प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक उत्पाद किसानों के प्रतिभा को प्रदर्शित कर रहे थे। उन्होंने पराली को अवशेष नहीं विशेष की संज्ञा दी। उन्होंने आम के आम गुठलियों के दाम की कहावत के तर्ज पर किसानों से पराली को जलाने के बदले उससे आर्थिक लाभ लेने की नसीहत दी और कहा कि प्रकृति को संवराना व बिगाड़ना दोनों आपके हाथ में है। उन्होंने किसानों को पराली नहीं जलाने की अपील किसानों से की।
प्रगतिशील किसानों के बीच कराई गई है प्रतियोगिता
जिला कृषि पदाधिकारी अविनाश शंकर ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों के प्रगतिशील किसानों के लिए फल-फूल व सब्जी के वर्ग में प्रतियोगिता कराई गई है। मूल्यांकन के बाद शनिवार को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। मौके पर पराली प्रबंधन के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। मेले में लाए गए सभी कृषि उत्पाद प्रदर्शों का अवलोकन जिलाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त द्वारा किया गया।
तकनीकी सत्र के दौरान किसान मेला में प्राचार्य वीर कुंवर सिंह कृषि विद्यालय डुमरांव रेयाज अहमद, सहायक प्रध्यापक डॉ. प्रणव पाण्डेय व डॉ. प्रदीप कुमार ने तकनीकी जानकारी प्रदान करते हुए किसानों के समस्याओं का मौके पर समाधान किया। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र, बक्सर के विशेषज्ञ हरगोविंद जायसवाल एवं रामकेवल ने क्रमशः बीज उत्पादन एवं कीट व्याधि प्रबंधन पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए किसानों के प्रश्न का जवाब दिया।
किसान मेला में सहायक निदेशक, कृषि यंत्रीकरण, सहायक निदेशक, उद्यान, उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी सहित अन्य पदाधिकारियों ने अपने विभाग से संबंधित जानकारी दी। किसान मेला में एक से बढ़कर एक स्टॉल लगाया गया था, जिसमें विभु मशरूम केंद्र, इफको, जागृति पूषा मशरूम एफपीओ, राजपुर एफपीओ, सहजानंद मशरूम एफपीओ, दियरांचल एफपीओ, मदन वाटिका नर्सरी, आयुष इंटरप्राइजेज सहित तीस की संख्या में कृषि व कृषि से संबद्ध विभाग द्वारा स्टॉल लगाया गया था।
मौके पर बक्सर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शेखर किशोर, डुमरांव अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शेखर कुमार, डीपीएम जीविका चंदन कुमार, सुमन सहित प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार के साथ सभी प्रखंडों से प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे। मेला का समन्वय रघुकुल तिलक, विकास कुमार राय एवं चंदन कुमार सिंह द्वारा किया गया। इस मेला में शनिवार को बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित आरपीएल के सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं फल फूल सब्जी प्रतियोगिता में सफल किसानों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।