मलई बराज निर्माण के लिए भाजपा नेता ओमप्रकाश भुवन ने केन्द्रीय जलमंत्री को सौंपा ज्ञापन, मिला आश्वासन
दशकों पुरानी मलई बराज योजना का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो सकता है। उम्मीद है कि किसानों को नये साल में इसका सौगात मिल जाए। इसके लिए बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता व पंचायती राज मंच के प्रदेश संयोजक ओम प्रकाश भुवन गुरूवार को केन्द्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल से मिल मलई बराज निर्माण के लिए अपना मांग पत्र सौंपा।
- भाजपा पंचायती राज मंच के प्रदेश संयोजक है, बोले भुवन केन्द्रीय मंत्री ने शीघ्र निर्माण कराने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने का दिया है आश्वासन
केटी न्यूज/डुमरांव
दशकों पुरानी मलई बराज योजना का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो सकता है। उम्मीद है कि किसानों को नये साल में इसका सौगात मिल जाए। इसके लिए बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता व पंचायती राज मंच के प्रदेश संयोजक ओम प्रकाश भुवन गुरूवार को केन्द्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल से मिल मलई बराज निर्माण के लिए अपना मांग पत्र सौंपा। लगे हाथ केन्द्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे बहुत जल्द बिहार सरकार से बात कर किसानों तथा पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित होने वाली इस योजना के निर्माण शीघ्र कराने का निर्देश देंगे। केन्द्रीय मंत्री के इस आश्वासन के बाद इस बात की उम्मीद जगी है कि नये साल में मलई बराज का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
केन्द्रीय मंत्री को सौंपे मांग पत्र में भाजपा नेता भुवन ने बताया है कि यह बहुप्रतिक्षित योजना वर्ष 1985-86 में शुरू हुई थी, लेकिन आज तक इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने बताया है कि इस परियोजना के पूरा होने से बक्सर तथा रोहतास जिल के 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के हजारों किसानों को सिंचाईं की समस्या दूर हो जाएगी।
वही, इस परियोजना से बक्सर व रोहतास दो जिलों में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा भू-गर्भ जल स्तर पर भी इसका कोई खराब प्रभाव नहीं पड़ेगा।
उन्होंने यह भी बताया है कि सिंचाई विभाग द्वारा बिहार कैनाल पंप योजना से सिंचाई की योजना बनाई जा रही है, जिससे किसानों की समस्या दूर नहीं हो पाएगी तथा कैनाल पंप से न तो पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और न ही किसानों के सिंचाई की समस्या का स्थाई हल हो पाएगा। जबकि मलई बराज का निर्माण कार्य पूरा होने से सिंचाई की समस्या का स्थायी समाधान के साथ ही पर्यटन उद्योग में भी चार चांद लगेगा।
उन्होंने अपने मांग पत्र में जिक्र किया है कि भू-अर्जन व अन्य तकनीकी समस्याओं के कारण ही यह महत्वपूर्ण परियोजना 37-38 वर्षों में पूरी नहीं हो पाई है।
भुवन ने केन्द्रीय जल मंत्री को बताया कि इस परियोजना को पूरा करने में लगभग साढ़े पांच हजार करोड़ रूपए खर्च होंगे। जिस पर केन्द्रीय जलमंत्री ने कहा कि परियोजना को पूरा करने में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। उन्होंने किसानों के लिए महत्वपूर्ण इस परियोजना निर्माण की पहल के लिए भाजपा नेता का आभार भी जताया। केन्द्रीय मंत्री के इस रूख से यह साफ हो गया है कि नववर्ष में जिलेवासियों को मलई बराज की सौगात जरूर मिलेगी। भुवन ने बताया कि वे चुप नहीं बैठेंगे बल्कि परियोजना शुरू होने तक वे लगातार केन्द्र व राज्य सरकार के संबंधित मंत्री व अधिकारी से इसकी प्रगति लेते रहेंगे।