स्कूल टाइम में बाहर घुमते पाए गए बच्चें तो पोषक क्षेत्र के शिक्षकों पर होगी कार्रवाई - निदेशक

निदेशक प्राथमिक शिक्षा सह मध्याह्न भोजना योजना मिथलेश मिश्र ने गुरूवार को 6 विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में काफी खामियां पायी गई। बच्चे भी स्कूल में नामांकन से कम पाए गए। इस पर हेडमास्टरों को निदेशक ने टॉस्क दिया कि बच्चे क्यों नहीं स्कूल आ रहे हैं,

स्कूल टाइम में बाहर घुमते पाए गए बच्चें तो पोषक क्षेत्र के शिक्षकों पर होगी कार्रवाई - निदेशक

- निदेशक ने किया छह स्कूलों का निरीक्षण, मिली कई खामियां, कार्य संस्कृति में सुधार लाने का दिया निर्देश

केटी न्यूज/डुमरांव 

निदेशक प्राथमिक शिक्षा सह मध्याह्न भोजना योजना मिथलेश मिश्र ने गुरूवार को 6 विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में काफी खामियां पायी गई। बच्चे भी स्कूल में नामांकन से कम पाए गए। इस पर हेडमास्टरों को निदेशक ने टॉस्क दिया कि बच्चे क्यों नहीं स्कूल आ रहे हैं, उनके अभिभावक से मिल उनसे जानकारी लेते हुए उचित सलाह दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान किसी गांव में बच्चें स्कूल टाइम में बाहर खेलते पाए गए तो पोषक क्षेत्र या संबंधित स्कूल के शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार निदेशक सबसे पहले कन्या मध्य विद्यालय एकौनी पहुंचे। पहुंचने के बाद उन्होंने बच्चियों के गृहकार्य कॉपी की जांच कर गृहकार्य की समीक्षा की। फिर उन्होंने विद्यालय के सभी कमरों का निरीक्षण किया गया। बच्चे अधिक और कमरा कम पाया गया। इसपर उन्होंने हेडमास्टर को आदेशित किया कि प्री फैब के माध्यम से अतिरिक्त कमरा का निर्माण कराए।

निदेशक वहां से निकल प्राथमिक विद्यालय कुदरिया, प्राथमिक विद्यालय खैरहीं, प्राथमिक विद्यालय मुंगासी का निरीक्षण किये, जहां चहारदिवारी में कमी पायी गई। फिर उन्होंने हेडमास्टरों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए रिपोर्ट करने को कहा गया। मध्य विद्यालय पीड़िया में बचचों की कमी देख नामांकित बच्चों के अभिभावकों से मिल उनसे बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उत्प्रेरित किया गया।

फिर उन्होंने संबंधित स्कूल के हेडमास्टर और शिक्षकों से कहा कि सभी अपने पोषक क्षेत्र में घुम कर वैसे बच्चों को पता लगाए जो स्कूल नहीं आते हैं या जिनाका नामांकन नहीं हुआ है। पता चलने के बाद उनके अभिभावक से मिल उन्हें स्कूल भेजने के लिए उत्प्रेरित किया जाए,

जिसस कोई भी बच्चा अनांमित नहीं पाया जाए। फिर उन्होंने कनीय अभियंता से संपर्क कर चाहरदीवारी निर्माण करने और करने और टूटे-फूटे कमरों को मरम्मत करने के लिए आदेशित किया। इसके लिए बराबर स्कूलों का भ्रमण करते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के लिए आदेशित किया। निदेशक के साथ रजनीश उपाध्याय(डीपीओ), निर्भय कुमार(बीपीएम), अविनाश कुमार(बीआरपी) उपस्थित रहे। वहीं उर्दू प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक इंद्रेश कुमार मिश्र ने निदेशक मिथलेश मिश्र के इस पहल की सराहना की है।