खाकी दागदार, सिपाही बहाली में मेडिकल के नाम रिश्वत लेते पीटीसी समेत तीन प्रशिक्षु सिपाही गिरफ्तार

बक्सर में रिश्वतखोरी के एक मामले से पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। रिश्वतखोरी के आरोप में एक पीटीसी व तीन जवानों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 3.50 लाख नगद रूपए, 1.60 लाख रूपए के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सबूत समेत अबतक 5.10 लाख रूपए रिश्वत लेने की जानकारी मिली है। जबकि जांच प्रक्रिया अभी जारी है।

खाकी दागदार, सिपाही बहाली में मेडिकल के नाम रिश्वत लेते पीटीसी समेत तीन प्रशिक्षु सिपाही गिरफ्तार

- 3.50 लाख नगद के साथ 1.60 लाख ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के मिले सबूत, रि-मेडिकल में पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से लिया जा रहा था 10 हजार रूपए

- शिकायत मिलने पर एसपी ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाई 

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर में रिश्वतखोरी के एक मामले से पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। रिश्वतखोरी के आरोप में एक पीटीसी व तीन जवानों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 3.50 लाख नगद रूपए, 1.60 लाख रूपए के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सबूत समेत अबतक 5.10 लाख रूपए रिश्वत लेने की जानकारी मिली है। जबकि जांच प्रक्रिया अभी जारी है। 

खास यह कि रिश्वतखोरी का यह खेल पुलिस लाइन में चल रहा था तथा पुलिस भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों को ही इसका शिकार बनना पड़ रहा था। इसी दौरान किसी ने इसकी शिकायत एसपी शुभम आर्य से कर दी। जानकारी मिलते ही एसपी ने तत्काल सदर डीएसपी धीरज कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया।

गठित टीम ने आरोपों को सत्य पाया तथा एक पीटीसी आदित्य कुमार समेत तीन अन्य प्रशिक्षु सिपाहियों को रंगेहाथ धर दबोचा गया। सभी ने अपने अपराध भी एसपी के समक्ष स्वीकार कर लिये है। इस घटना की जानकारी मिलते ही महकमा शर्मसार हो गया। वहीं, सिपाही बहाली प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे है। 

-- रि-मेडिकल में पास कराने के लिए लिया जा रहा था 10-10 हजार

मिली जानकारी के अनुसार पीटीसी आदित्य के नेतृत्व में तीनों प्रशिक्षु जवान सिपाही भर्ती में मेडिकल अनफिट हुए अभ्यर्थियों को रि-मेडिकल में पास कराने के नाम पर प्रत्येक अभ्यर्थी से 10-10 हजार रूपए वसूले जा रहे थे। इसी दौरान किसी अभ्यर्थी के अभिभावक ने इसकी शिकायत एसपी से कर दी और मामले से पर्दा उठ गया। 

इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस महकमा सतर्क हो गया है तथा बहाली को पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए जांच को तेज कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि मामले की जांच में पीटीसी आदित्य तथा जवानों द्वारा कुल 5 लाख 10 हजार रुपये की उगाही किए जाने की पुष्टि हुई है।

इसमें से 3.50 लाख रुपये की राशि नगद ली गई, जबकि शेष 1.60 लाख रुपये डिजिटल माध्यम से प्राप्त की गई है। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इस कार्य में तीन प्रशिक्षु भी संलिप्त थे, जिन्होंने सीधे अभ्यर्थियों से राशि लेकर उन्हें मेडिकल में फिट कराए जाने का झांसा दिया था। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और तीनों प्रशिक्षुओं को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

एसपी ने साफ शब्दों में कहा कि बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता और ईमानदारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है, ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और अन्य संलिप्त व्यक्तियों की भी पहचान की जा रही है। जल्द ही अन्य दोषियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।