डुमरांव के छठिया पोखरा तालाब में एक ही प्रजाति की मछलियों की रहस्यमयी मौत, जांच की मांग तेज

डुमरांव नगर क्षेत्र स्थित छठिया पोखरा तालाब में एक ही प्रजाति की सैकड़ों मछलियों की एक साथ मौत ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि करीब एक बजे की बताई जा रही है। मृत मछलियां तेलपिया प्रजाति की थीं, जबकि तालाब में अन्य मछली प्रजातियां पूरी तरह सुरक्षित पाई गईं। इस असामान्य स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों में आशंका और चिंता का माहौल है।

डुमरांव के छठिया पोखरा तालाब में एक ही प्रजाति की मछलियों की रहस्यमयी मौत, जांच की मांग तेज

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव नगर क्षेत्र स्थित छठिया पोखरा तालाब में एक ही प्रजाति की सैकड़ों मछलियों की एक साथ मौत ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि करीब एक बजे की बताई जा रही है। मृत मछलियां तेलपिया प्रजाति की थीं, जबकि तालाब में अन्य मछली प्रजातियां पूरी तरह सुरक्षित पाई गईं। इस असामान्य स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों में आशंका और चिंता का माहौल है।

तालाब का संचालन एक निजी व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा है, जिसे लीज पर दिया गया है। यहां मछली पालन से न केवल जीविकोपार्जन होता है, बल्कि नगर परिषद को भी राजस्व की प्राप्ति होती है। लेकिन इस अप्रत्याशित घटना ने न सिर्फ हजारों रुपए के नुकसान का अनुमान खड़ा कर दिया है, बल्कि जल-प्रदूषण और रख-रखाव को लेकर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।

स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि सोनू राय ने बताया कि अब तक मछलियों की मौत का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। हालांकि प्रथम दृष्टया तालाब के पानी के दूषित होने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि चूंकि अन्य प्रजातियों की मछलियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, इसलिए यह मामला सामान्य जैविक कारणों से परे हो सकता है।

उन्होंने तापमान और वातावरण में आई अचानक नमी को भी एक संभावित कारण बताया। फिलहाल तालाब की सफाई कराई जा रही है, मृत मछलियों को निकाला जा रहा है और पानी में रसायनों का छिड़काव भी शुरू कर दिया गया है ताकि अन्य मछलियों को बचाया जा सकें।

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि उन्हें अभी तक घटना की कोई औपचारिक जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि चूंकि तालाब निजी संचालन में है, इसलिए नगर परिषद सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच अवश्य कराई जाएगी।

स्थानीय लोग मामले की निष्पक्ष जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस उपायों की मांग कर रहे हैं।