केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: लोकसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों से आज यानी 4 जून को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स करीब 5000 अंकों की गिरावट के साथ 72,000 के स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी करीब 1600 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जो इसे 21,650 के स्तर पर ले आई है। यह गिरावट 23 मार्च 2020 के बाद बाजार की सबसे बड़ी गिरावट है, जब कोरोना महामारी के कारण बाजार 13.15% टूट गया था।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 24 में गिरावट दर्ज की गई है। इसमें SBI, NTPC, और पावर ग्रिड के शेयरों में 12% से ज्यादा की गिरावट आई है। वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में करीब 5% की तेजी देखी गई है। NSE के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज की गई है। PSU बैंक इंडेक्स में 13% से ज्यादा की गिरावट आई है, जबकि ऑयल एंड गैस इंडेक्स में करीब 10% की गिरावट देखी गई। निफ्टी मेटल में 9% और रियल्टी में 4% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। ऑटो सेक्टर भी 3% से ज्यादा नीचे है।
लोकसभा की 542 सीटों की काउंटिंग शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझानों में NDA 284 और I.N.D.I.A. 222 सीटों पर आगे चल रहा है। बाजार को उम्मीद थी कि NDA भारी बहुमत से आएगी, लेकिन शुरुआती रुझानों में टक्कर देखने को मिल रही है, जिसके चलते बाजार में भारी गिरावट आई है।
2019 में भी लोकसभा चुनाव के नतीजों वाले दिन बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी। HDFC बैंक, रिलायंस, ICICI बैंक, LT और SBI जैसे शेयरों में बिकवाली के चलते सेंसेक्स में कमजोरी देखी गई है। गिरावट में HDFC बैंक का कॉन्ट्रिब्यूशन 254 पॉइंट का है, जबकि ICICI बैंक का 177 पॉइंट का है। दूसरी ओर, टाइटन, एशियन पेंट, नेस्ले, सनफार्मा और हिंदुस्तान यूनिलीवर मामूली रूप से बाजार को मजबूत करने में योगदान दे रहे हैं।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) खरीदारी कर रहे हैं। NSE पर उपलब्ध अंतरिम आंकड़ों के अनुसार 3 जून 2024 को FIIs ने 6850.76 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे जबकि DIIs ने 1913.98 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
लोकसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले, 3 जून को सेंसेक्स 2,777 पॉइंट की तेजी के साथ 76,738 पर और निफ्टी 808 पॉइंट चढ़कर 23,338 पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में बाजार अपने ऊपरी स्तरों से थोड़ा नीचे आया और सेंसेक्स 2,507 पॉइंट चढ़कर 76,468 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 733 पॉइंट चढ़कर 23,263 के स्तर पर बंद हुआ था।
शेयर बाजार में आई इस बड़ी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि चुनावी नतीजों में स्पष्टता आने के बाद ही बाजार में स्थिरता आ सकती है। फिलहाल, बाजार की नजरें चुनावी नतीजों पर टिकी हुई हैं और सभी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही स्थिरता लौटेगी। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और बाजार के अगले रुझानों का इंतजार करें।