निजी दवा दुकानों पर भी नि:शुल्क उपलब्ध होंगी टीबी की दवाएं

निजी दवा दुकानों पर भी नि:शुल्क उपलब्ध होंगी टीबी की दवाएं
दुकान पर निशुल्क दवा की नोटिस की जांच करने पहुंचे कर्मी

- जिले के सभी प्रखंडों में प्रख्यात दवा दुकानों को किया जा रहा है टैग

- दवा दुकानों पर टीबी की दवाएं मिलने से मरीजों को होगी सहूलियत

- निजी दवा दुकानों की मॉनिटरिंग करेगा जिला यक्ष्मा केंद्र

केटी न्यूज/बक्सर

जिले में इलाजरत टीबी के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब तक राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी के इलाजरत मरीजों का उपचार एवं दवाएं सिर्फ सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध थीं। वहीं, राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा टीबी मरीजों को अब और भी सुविधा देते हुए टीबी की दवाओं को शहर के अनेक मेडिकल स्टोर पर भी उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीजों को दवा के लिए सरकारी अस्पतालों में लाइन लगाने या इंतजार करने की जरूरत नहीं है। मरीज अपने इलाके के चिह्नित दवा दुकानों पर जाकर टीबी की दवा नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही टीबी के मरीज अपने घर के समीप किसी एमबीबीएस डॉक्टर से भी उपचार करवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें इस बात की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वीकृति के बाद मरीज जिले के किसी कोने में एमबीबीएस डॉक्टर से उपचार करवा सकता है और उसे नि:शुल्क दवा प्राप्त होगी।

टीबी के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी :

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. शालिग्राम पांडेय ने बताया, स्वास्थ विभाग की इस सुविधा से टीबी के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। वे जिले के किसी कोने में अपनी सुविधा से उपचार करवा सकते हैं। साथ ही उन्हें सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन की महंगी दवा नि:शुल्क प्राप्त कर सकेंगे। फिलवक्त जिले के 15 स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 15 दवा दुकानों को इसके लिए चयनित किया है, जहां से टीबी की सरकारी दवाएं मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन दवा दुकानों से डॉक्टर्स के पर्ची के आधार पर दवा प्राप्त की जा सकती है। मरीज का इलाज सरकारी स्वास्थ्य संस्थान के माध्यम से हो रहा हो या फिर निजी संस्थानों के द्वारा। दोनों क्षेत्र के मरीज अब नि:शुल्क दवा ले सकते हैं। लेकिन, इसके लिए उन्हें अपना नाम, निक्षय आईडी नंबर, पता और मोबाइल नंबर दुकान के एच-1 रजिस्टर में दर्ज कराना होगा। ताकि, जिला यक्ष्मा केंद्र दवाओं और टीबी मरीजों की मॉनिटरिंग कर सके। 

सभी प्रखंडों की दुकानों को किया जाएगा टैग :

जिला यक्ष्मा केंद्र के डीपीसी कुमार गौरव ने बताया कि फिलवक्त जिले के 15 दुकानों का चयन हुआ है। साथ ही, अन्य दुकानों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक दुकानों को टैग किया जा सके। इसके लिए सभी प्रखंडों के प्रख्यात दुकानों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही उनके साथ बैठक कर उनको दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। फिलहाल बक्सर जिला मुख्यालय स्थित पीपी रोड के न्यू फरिदिया मेडिकल हॉल, मच्छरहट्टा पुल के समीप सुरज मेडिकल हॉल, मेन रोड स्थित ऋषभ मेडिकल हॉल, स्टेशन रोड स्थित ग्रीन मेडिको, ज्योति चौक स्टेशन रोड पर सरोज मेडिकल हॉल तथा गोलम्बर के समीप न्यू हंसराज मेडिको पर टीबी की दवाइयां उपलब्ध हैं। साथ ही, धनसोई मेन रोड के पूजा मेडिकल हॉल व पाठक मेडिकल हॉल, ईटाढ़ी मेन रोड स्थित पिताम्बर मेडिकल हॉल व जनता मेडिकल हॉल, चौसा के रवि मेडिकल हॉल, भलुहा राजपुर के न्यू नेहा मेडिकल हॉल, बन्नी राजपुर स्थित पप्पू मेडिकल हॉल, हेठुआ स्थित अल्तमस मेडिकल हॉल तथा  तियरा मेन रोड स्थित राजेन्द्र मेडिकल हॉल पर टीबी की दवा नि:शुल्क उपलब्ध हैं।

मरीजों को पहुंचेगा काफी लाभ :

नावानगर के टीबी चैंपियन धर्मेंद्र कुमार पासवान ने कहा कि जिला यक्ष्मा केंद्र की यह पहल काफी सराहनीय है। जिससे टीबी मरीजों को काफी लाभ पहुंचेगा। पूर्व में टीबी की दवाएं सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर उपलब्ध होते थे या विभाग के द्वार कुरियर किया जाता था। लेकिन, इस व्यवस्था से लोगों को काफी सहूलियत होगी। अब उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थान पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वो निजी दवा दुकानों से भी अपनी दवाएं ले सकेंगे। जिससे उनका काफी समय बचेगा और बेहतर इलाज संभव होगा।