टीबी मुक्त पंचायत की कवायद शुरू, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बनाई जाएगी रणनीति

टीबी मुक्त पंचायत की कवायद शुरू, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बनाई जाएगी रणनीति

- निक्षय मित्र योजना से टीबी मरीज हो रहें लाभान्वित, मिल रहा पौष्टिक आहार

- सक्षम लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए किया जा रहा जागरूक

केटी न्यूज/बक्सर | टीबी उन्मूलन की दिशा में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए विभाग लगातार प्रयास है। स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो अस्पतालों कीबुलियादी सुविधाओं में लगातार वृद्धि तो की जा रही हैं, साथ ही उन सुविधाओं का लाभ मरीज उठा सके इसके लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर जिले में टीबी मुक्त पंचायत बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। ताकि, टीबी के नए और संभावित मरीजों को को बेहतर इलाज मिल सके। इतना ही नही गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलाई जा रही है जिसका लाभ जरूरतमंदों द्वारा लिया जा रहा है। उन्हों योजनाओं में से एक है निक्षय मित्र योजना। ज्ञात हो कि टीबी से ग्रसित मरीजों को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क जांच और दवा के साथ साथ सरकार टीबी मरीजों को पोषण आहार के लिए प्रतिमाह 500 रुपये सहायता राशि प्रदान करती है। वहीं, सरकार ने निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की। इसके तहत कोई भी व्यक्ति, सरकारी कर्मी, निजी कर्मी, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, एनजीओ अपनी क्षमता के अनुसार टीबी मरीजों को गोद लेकर 6 महीना से लेकर एक साल तक प्रत्येक माह पोषण के लिए सहायता राशि या पौष्टिक आहार उपलब्ध करा सकते हैं।

निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आ रहे है लोग

सीडीओ डॉ. शालिग्राम पांडेय ने बताया, निक्षय मित्र योजना गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए काफी लाभकारी योजना साबित हो रहा है। टीबी मरीजों में अधिकांश गरीब तबके के पीड़ित लोग ही हैं। ऐसे में गरीब लोगों को उचित पौष्टिक आहार नही मिलने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती चली जाती है और टीबी बीमारी जल्दी ठीक नहीं हो पाती है। सीडीओ ने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही सहायता राशि के साथ साथ निक्षय मित्र द्वारा दी जा रही पौष्टिक अनाज से टीबी के मरीजों को काफी फायदा होगा। सीडीओ ने बताया कि टीबी मरीजों को निक्षय मित्रों द्वारा लाभ पहुंचाया जा रहा है। टीबी मुक्त पंचायत बनाने की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई जाएगी।

निक्षय मित्र बन मरीजों को लिया गोद : 

बीते दिनों इटाढ़ी प्रखंड के अतरौना पंचायत के मुखिया सचिंद्र सिंह ने दो मरीजों को गोद लिया। जिसके बाद उन्होंने दोनों इलाजरत मरीजों को निक्षय मित्र पोषण योजना के तहत पोषण की पोटली दी। मुखिया सचिंद्र सिंह ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों ने उनसे संपर्क कर योजना के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन योजना के अंतर्गत निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए दिए जाते हैं। लेकिन वो आज के महंगाई के दौर में काफी नहीं है। इसलिए उन्होंने दो मरीजों को गोद लिया। जिससे उन मरीजों के पोषण की समस्या भी दूर हो जाएगी। साथ ही, वो जल्द टीबी से छुटकारा पा सकता हैं।  साथ ही उन्होंने अन्य लोगों एवं जनप्रतिनिधियों से भी अपील किया कि निक्षय मित्र बन कर जरूरतमंद टीबी मरीजों की सहायता के लिए आगे आये।