"तरारी उपचुनाव में विशाल प्रशांत की जीत, माले की हैट्रिक का सपना चकनाचूर"

बिहार के तरारी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार विशाल प्रशांत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। माले के गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर भाजपा ने बाहुबली सुनील पांडेय के बेटे विशाल को टिकट दिया था

"तरारी उपचुनाव में विशाल प्रशांत की जीत, माले की हैट्रिक का सपना चकनाचूर"

केटी न्यूज़ / आरा

आरा। बिहार के तरारी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार विशाल प्रशांत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। माले के गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर भाजपा ने बाहुबली सुनील पांडेय के बेटे विशाल को टिकट दिया था, जिन्होंने माले के प्रत्याशी राजू यादव को 10,612 मतों से हराया। विशाल को 78,755 वोट मिले, जबकि माले के राजू यादव को 68,143 वोट मिले।

विशाल प्रशांत, जो पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे, ने एक बड़ी सियासी जीत हासिल की। उनके पिता सुनील पांडेय ने पहले यहां कई बार जीत दर्ज की थी, और अब उनके बेटे ने 34 साल की उम्र में अपने पिता का राजनीतिक उत्तराधिकार संभालते हुए यह सीट जीत ली। 2015 में सुनील पांडेय ने विशाल की मां गीता पांडे को महज 272 वोटों के अंतर से हराया था, और 2020 में उन्होंने विशाल के पिता सुनील पांडे को 11,015 वोटों से हराया था। अब 2024 में विशाल ने राजू यादव को 10,612 वोटों से हराकर माले के हैट्रिक बनाने के सपने को चकनाचूर कर दिया।

विशाल के पक्ष में भाजपा की रणनीति भी साफ थी। भाजपा ने सुनील पांडेय की विवादास्पद छवि को देखते हुए उनके बेटे विशाल को टिकट दिया, ताकि चुनाव में कोई विवाद न उठे और एक बेदाग छवि वाले उम्मीदवार को आगे बढ़ाया जा सके। विशाल का राजनीतिक अनुभव भले ही सीमित था, लेकिन उन्होंने अपने पिता से सीखे गए सियासी गुरों के साथ इस चुनाव में जीत हासिल की।

तरारी सीट का इतिहास भी दिलचस्प है। 2008 से पहले यह सीट पीरो विधानसभा के नाम से जानी जाती थी। सुनील पांडेय ने चार बार इस सीट से विधायक पद जीते हैं और कई पार्टियों के साथ जुड़े रहे हैं। 2020 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और दूसरे नंबर पर रहे थे। इसके बाद वे रालोजपा में शामिल हो गए थे।

तरारी में इस बार माले का जादू नहीं चल सका, जो लगातार दो चुनावों से यहां जीत रही थी। माले ने राजू यादव को टिकट दिया था, लेकिन वे भाजपा की चुनावी लहर के सामने नहीं टिक पाए।

विशाल प्रशांत की यह जीत उनके पिता के राजनीतिक इतिहास को आगे बढ़ाती है। तरारी में यह पहली बार हुआ है जब एक युवा नेता ने पहली बार चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर विजय प्राप्त की, ठीक वैसे ही जैसे उनके पिता ने 2000 में पहली बार चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था। अब विशाल ने अपने पिता का इतिहास दोहराया और 24 साल बाद तरारी में भाजपा का कमल खिला दिया है।

तरारी और पीरो विधानसभा क्षेत्र से अब तक के विधायक और उपविजेता:

चुनाव वर्ष विधायक उपविजेता
2024 विशाल प्रशांत राजू यादव
2020 सुदामा प्रसाद सुनील पांडेय
2015 सुदामा प्रसाद गीता पांडेय
2010 सुनील पांडेय आदिब रिजवी
2005 (फरवरी) सुनील पांडेय केशव प्रसाद
2005 (अक्टूबर) सुनील पांडेय त्रिवेणी सिंह
2000 सुनील पांडेय काशीनाथ सिंह
1995 कांति सिंह चंद्रदीप सिंह
1990 चंद्रदीप सिंह रघुपती गोप
1985 रघुपती गोप राधामोहन राय
1980 मुन्नी सिंह इंद्रमणि सिंह
1977 रघुपती गोप इंद्रमणि सिंह
1972 जय नारायण इंद्रमणि सिंह